सूर्य ग्रहण खत्म होते ही इंदौर शहर के मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की कतार लगना शुरू हो गई। बुधवार शाम से सूतक लगने के बाद से मंदिरों में देव दर्शन और पूजा नहीं की जा रही थी। गुरुवार को ग्रहण खत्म होते ही लोग मंदिरों में भगवान के दर्शन करने पहुंचने लगे।
मंदिर के बंद दरवाजे से झांक रहे ये श्रद्धालु ग्रहण के बाद अपने इस्ट देव के दर्शन के लिए आए है। बड़े गणपति मंदिर के बाहर श्रद्धालु दरवाजा खुलने का इंतजार कर रहे है, वही मंदिर के अंदर पुजारी परिवार भगवान गणेश की प्रतिमा का जल अभिषेक और मंदिर प्रांगण की धुलाई करने में जुटे हुए है। मंदिर की धुलाई आदि करने के बाद मंदिर के पट खुले और सभी भक्तों ने भगवान की पूजा अर्चना की।
ये नजारा इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर का है, जहां मंदिर के बाहर श्रद्धालु दरवाजा खुलने का इंतजार कर रहे है, वही मंदिर के अंदर पुजारी परिवार भगवान गणेश की प्रतिमा का दूध जल अभिषेक कर मंदिर प्रांगण की धुलाई करने में जुटे हुए थे। मान्यता के अनुसार ग्रहण के बाद देव प्रतिमा ओर प्रांगण की पवित्रता के लिए गंगा जल से धुलाई की जाती है जिसके बाद दर्शन किए जाते है। ग्रहण के बाद जैसे ही मंदिर के पट खुले वैसे ही बड़ी संख में श्रद्धालु भगवान के दर्षन करने के लिए खजराना मंदिर पहुंच गए।