लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर कांग्रेस ने कमर कसना शुरू कर दिया है, जिसकी शुरुआत बिहार से हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 28 साल बाद पटना के गांधी मैदान में कांग्रेस की हो रही इस रैली को संबोधित करेंगे। यह रैली रविवार को होगी। कांग्रेस के लिए यह शक्ति प्रदर्शन का एक मौका भी है, जिसके जरिए वह महागठबंधन के अन्य दलों को अपनी अहमियत का अहसास कराना चाहेगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस रैली से पहले महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे को लेकर चल रहा विवाद भी थम गया है। सभी दलों के बीच आपसी सहमति से लगभग सीट पर फैसला हो चुका है।
माना जा रहा है कि बिहार में कुल 40 लोकसभा सीट में से 20 पर आरजेडी और 10 पर कांग्रेस चुनाव लड़ सकती है, जबकि बाकी की 10 सीट अन्य सहयोगी दलों के खाते में जाएगी। इस बात की औपचारिक घोषणा कल होने जा रही जन आकांक्षा रैली’ के जरिए राहुल गांधी कर सकते हैं।
बता दें पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में कांग्रेस की होने वाली ‘जन आकांक्षा रैली’ को लेकर पार्टी के नेता से लेकर कार्यकर्ता तक उत्साहित हैं। रैली की तैयारियों का जायजा लेने गांधी मैदान पहुंचे चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि इस रैली में पांच राज्यों के लोग शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि राजद के तेजस्वी यादव, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) के उपेंद्र कुशवाहा इस रैली में भाग लेंगे। तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस की इस रैली में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के भी भाग लेने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा की ‘पकौड़ा क्रांति’ के मुकाबले ‘आय क्रांति’ का संकल्प लिया है, जिससे देश के आम लोगों में गजब का उत्साह है। उन्होंने दावा किया कि पटना के गांधी मैदान में होने वाली यह रैली अभूतपूर्व होगी। इस दौरान कांग्रेस के नेताओं ने रैली की व्यवस्थाओं को लेकर एसपीजी सुरक्षाकर्मियों के साथ भी चर्चा की।