ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के अंधेरे में डूबे होने की शिकायत मध्य प्रदेश आलाकमान तक पहुंची। इसके बाद ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर ने शहर की बंद पड़ी लाइट और अंधेरे में डूबे क्षेत्र को जल्द से जल्द ठीक करने की बात कही है।दरअसल, सोमवार रात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ फूलबाग स्थित वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे हुए थे। इस दौरान जब वह वीरांगना को नमन करने उनकी समाधि पहुंचे तो वहां पूरी तरह से अंधेरा छाया हुआ था सभी लाइट बंद पड़ी हुई थी। ऐसे में उन्हें अंधेरे में ही वीरांगना को नमन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित करनी पड़ी।
दोनों ने अंधेरे में डूबे वीरांगना समाधि स्थल को देखा और फिर जिला अध्यक्ष अभय चौधरी से चर्चा के बाद वह रवाना हो गए थे। लेकिन अंदर खाने से जानकारी सामने आई है कि संगठन की इस गंभीर लापरवाही की शिकायत सरकार के सीनियर अधिकारियों तक की गई है। वीरांगना समाधि स्थल पर आने वाले पर्यटक और आसपास के लोगों का भी कहना है कि शहर के मुख्य चौक चौराहों के साथ ही हिस्टोरिकल टूरिस्ट प्लेस भी अंधेरे में डूबे हुए हैं। जिसके लिए नगर निगम और शहर की स्मार्ट सिटी जिम्मेदार है।
नगर निगम कमिश्नर अमन वैष्णव का कहना है कि शहर के चौक चौराहों सहित पब्लिक प्लेस पर स्ट्रीट लाइट को लेकर लगातार बैठक ली जा रही है। बीती बैठक में जानकारी सामने आई है कि 3000 डिफेक्टिव लाइट ठीक भी किया गया है। त्योहार के चलते स्ट्रीट लाइट ठीक होने की रफ्तार में थोड़ी कमी आई थी। लेकिन एक बार फिर से तेजी से उन्हें दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। हाल ही में कुछ इलाकों में सीसीएमएस बोर्ड चोरी किए जाने की जानकारी सामने आई थी। जिसके चलते भी स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पर असर पड़ा है जिसको लेकर पुलिस से भी शिकायत की गई है।
गौरतलब है कि शहर में बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट्स को लेकर नगर निगम के पक्ष विपक्ष के पार्षदों ने मिलकर नगर निगम और स्मार्ट सिटी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। यहां तक की इस घोटाले की जांच ईडी से कराने का प्रस्ताव लाया गया है। इस बीच वीरांगना की समाधि स्थल पर छाया अंधेरा और संगठन के द्वारा सरकार से की गई शिकायत के बाद देखना होगा कि शहर के अंधेरे को कब तक दूर किया जाता है।