रीवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को मध्य प्रदेश के रीवा हवाई अड्डे का वर्चुअली रूप से उद्घाटन किया है। लोकार्पण समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। रीवा एयरपोर्ट के शुभारंभ से विंध्य के विकास को नया आयाम मिलेगा।हवाई अड्डे के शुभारंभ से पहले रीवा पहुंचे सीएम डॉ मोहन यादव का एयरपोर्ट पर आत्मीय स्वागत हुआ। वहीं उद्घाटन के बाद 19 सीटर एरोप्लेन की एयरपोर्ट पर लैंडिंग हुई। इस दौरान फायर ब्रिगेड ने अनोखे तरीके से स्वागत किया। आपको बता दें कि 5 नवंबर से नियमित प्लेन उड़ान भरेगा। रीवा एयरपोर्ट पूरे विंध्य क्षेत्र के लिये गेम चेंजर साबित होगा, इससे रीवा अंचल में पर्यटन के साथ निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रदेश का 6वां एयरपोर्ट, जिसे DGCA ने दिया लायसेंस
रीवा से अब एयरक्राफ्ट आसानी से उड़ान भर सकेंगे। भोपाल, जबलपुर, खजराहो, इंदौर और ग्वालियर के बाद रीवा प्रदेश का 6वां एयरपोर्ट है, जिसे डीजीसीए ने लाइसेंस दिया है। इस एयरपोर्ट पर उड़ानें शुरू होने से प्रदेश के 65 लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। साथ ही रीवा की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों को भी राहत मिलेगी।
UP और CG की सीमा से लगे क्षेत्र भी होंगे लाभान्वित
उल्लेखनीय है कि रीवा से मऊगंज, सीधी, सतना, मैहर जिले सीधे जुड़े हुए हैं। इन जिलों के साथ ही उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे लोग भी काम के सिलसिले में रीवा आते हैं। रीवा की आबादी करीब 15 लाख, मऊगंज की 8 लाख, सीधी की 12 लाख, सिंगरौली की 12 लाख और सतना जिले की आबादी 18 लाख है। इन जिलों की जनता को रीवा एयरपोर्ट बनने से सीधा फायदा होगा। एयर कनेक्टिविटी होने से यहां विकास को भी रफ्तार मिलेगी। रीवा एयरपोर्ट सरकार की उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक- UDAN) योजना के तहत बनाया गया है। इसका उद्देश्य विमान यात्रा को आम जनता के लिए आसान बनाना है। इससे छोटे शहरों के बीच एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी. इसके अलावा अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
निवेश-टूरिज्म को मिलेगा फायदा
लाइसेंस मिलने के बाद अब रीवा एयरपोर्ट पर फ्लाइट का आना-जाना, यात्रियों और कार्गो सुविधा का विस्तार होगा. इस एयरपोर्ट को नए ढंग से बनाया गया है। यह अच्छा-खासा टर्मिनल भी बनाया गया है। इस एयरपोर्ट पर एटीआर-72 विमान संचालित किया जा सकता है। ये सभी सुविधाएं एयरलाइंस को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है। इस एयरपोर्ट के संचालन से एक ओर पर्यटन को फायदा होगा वहीं दूसरी ओर निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा।
अगले 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया प्लान
रीवा एयरपोर्ट को अगले 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। रीवा से हवाई यात्रा करने वाले यात्री बिना किसी असुविधा के रीवा एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे। रीवा में पहले से बनाए गए रिंग रोड के चलते सीधी और सतना जिले से यात्रियों का आना-जाना काफी बढ़ गया है। सिंगरौली का पॉवर प्लांट, विंध्य की 29 बड़ी इकाइयां, बेहतरीन हाई-वे, मुकुंदपुर व्हाइट सफारी, बंधावगढ़ नेशनल पार्क, संजय नेशनल पार्क, एशिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट, खूबसूरत जलप्रपात, भगवान श्रीराम की तपोवन भूमि चित्रकूट, मैहर की शारदा मां और सीमेंट के बड़े उद्योग होने से रीवा एयरपोर्ट की महत्वता और भी बढ़ जायेगी।
रीवा एयरपोर्ट – एक नजर में
- 450 करोड़ रुपए की लागत।
- 102 हेक्टेयर भूमि पर निर्मित।
- 30 मीटर चौड़ा और 800 मीटर लंबा रन-वे।
- रन-वे के दोनों तरफ 3.5 मीटर के दो शेल्टर।
- टर्मिनल में बैठने की अच्छी व्यवस्थाएं।
- साफ-सुथरे शौचालय।
- यात्री सहायता के लिए सूचना डेस्क।
- स्क्रीनिंग उपकरण और प्रशिक्षित कर्मियों से लैस सुरक्षा उपाय।
- यात्री और कार्गो विमान भर सकेंगे उड़ान।
- भोपाल के लिए 72 सीटर विमान सेवाएं शुरू होंगी।
- भविष्य में अन्य बड़े शहरों तक होगा इसका विस्तार।
- जनरेटिव एआई की सुविधा एक्सपेरिमेंट के तौर पर उपलब्ध।