दतिया। मध्य प्रदेश पुलिस अपने कारनामों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहती है. ऐसा ही एक मामला दतिया जिले से सामने आया है. जहां पुलिस ने पीड़ित पक्ष के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया. CCTV फुटेज देखने के बाद भी कानून के रखवालों ने उल्टी कार्रवाई कर दी.बता दें कि यह पूरा मामला इंदरगढ़ का है. जानकारी के मुताबिक, शिक्षक कैलाश गौड़ के पिता से लखन सेन का जमीनी विवाद चल रहा था. केस जीतने के बाद लखन कैलाश के घर के बाहर गाली-गलौज कर रहा था. जिसके बाद शिक्षक ने उसे गाली देने से मना किया. फिर क्या था लखन और उसके परिवार ने उसकी पिटाई कर दी. किसी तरह वह उसके चंगुल से छुटकर थाने पहुंचा.
इसके बाद लखन और उसके परिवार वालों ने कैलाश की पत्नी को बुरी तरह पीट दिया. यह पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. घटना के बाद पीड़ित दंपति इंदरगढ़ थाने पहुंचे. जहां उन्हें मेडिकल के नाम घंटों तक बैठाया गया. लेकिन उनका कोई मेडिकल नहीं करवाया गया. उल्टा पुलिस ने दंपित और पिता पर केस दर्ज कर लिया.बताया जा रहा है कि आरोपी का भाई सेवड़ा के भाजपा विधायक प्रदीप अग्रवाल के भाई की दुकान में नौकरी करता है. अब सवाल खड़ा होता है कि क्या राजनैतिक दबाव में पुलिस ने पीड़ित पक्ष पर ही मामला दर्ज कर दिया? पुलिस की इस कार्रवाई पर अब सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. आखिर यह कैसा न्याय है? क्या पीड़ित पक्ष की सुनवाई होगी?