खंडवा। शहर के प्रमुख बाजारों की सड़कों से यातायात व्यस्था ठीक करने के लिए नगर निगम की ओर से ठेले वालों को हटाने की कार्रवाई का विरोध शुरू हो गया. ठेले पर फल-सब्जी बेचने वालों ने नगर निगम के सामने सड़क पर फल रखकर धरना प्रदर्शन किया. नगर निगम नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौड़ ने कहा कि नगर निगम की यह कार्रवाई पक्षपात पूर्ण है. घंटाघर के आसपास जो स्थाई ठेले लगे हैं उन्हें भी हटाया जाना चाहिए था. प्रभारी नगर निगम कमिश्नर ने कहा कि यह व्यवस्था आज से शुरू हुई है. अगले फेस में स्थाई ठेले वालों को भी हटाया जाएगा.
खंडवा के प्रमुख बाजारों में सड़क पर ठेला रखकर फल बेचने वालों के कारण पार्किंग और यातायात की समस्या खड़ी होती है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने परिषद प्रस्ताव पारित कर रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन से लेकर जिला अस्पताल और प्रमुख बाजार को ठेला मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की है. आदेश का पालन नहीं करने पर पहली बार 500 रुपए का चालान और उसके बाद भी नहीं मानने पर 2000 रुपए तक के चालान की व्यवस्था की है.
इसी आदेश के विरोध में आज सभी फल बेचने वाले व्यापारी नगर निगम पहुंचे और निगम परिसर में फल रखकर जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जताया. उनके इस विरोध में प्रतिपक्ष नेता दीपक राठौड़ भी शामिल हो गए. दीपक राठौड़ का कहना था कि नगर निगम की यह कार्रवाई दोषपूर्ण है. उन्होंने कहा कि घंटाघर पर स्थाई ठेले वालों को नहीं हटाया गया. त्यौहार के समय गरीब ठेले वाले अपना घर चलाने के लिए ठेले पर फल रखकर बेच रहे हैं. इस लिए त्यौहार के समय ये कार्रवाई ठीक नहीं है.
नगर निगम में प्रभारी कमिश्नर सचिन सितोले का कहना है कि त्यौहार का सीजन होने से प्रमुख बाजारों में यातायात और पार्किंग की समस्या आती है. इसलिए दो दिन पहले सभी ठेला व्यवसायियों के साथ बैठक की गई थी और आम सहमति बनाने के बाद नगर निगम में प्रस्ताव पारित हुआ है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में एक क्षेत्र को ठेला मुक्त किया गया है. अगले चरण में बाजारों में स्थाई अतिक्रमण करने वालों को भी हटाया जाएगा.