जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 5 अक्टूबर को समाप्त हो गए। वोटों की गिनती कल 8 अक्टूबर को सुबह 8 बजे होगी। हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 5 अक्टूबर को हुआ था। जम्मू और कश्मीर में 18 सितंबर (24 सीटें), 25 (26 सीटें) और 1 अक्टूबर (40 सीटें) को तीन अलग-अलग चरणों में मतदान हुआ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) हरियाणा में महत्वपूर्ण दल हैं। जेजेपी ने आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ गठबंधन किया है, जबकि इनेलो ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन किया है।
हरियाणा
हरियाणा के चुनाव अधिकारी सितेंद्र सिवाच का ने कहा कि त्रिस्तरीय सुरक्षा तैनात की गई है। आज रिहर्सल हो गई है। कल सुबह 8 बजे गिनती शुरू होगी। स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है। लोकसभा चुनावों के बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच पहला बड़ा सीधा मुकाबला है। इस चुनाव के परिणाम का इस्तेमाल विजेता द्वारा अन्य राज्यों में अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए किया जाएगा, जहां अगले कुछ महीनों में चुनाव होने हैं। हरियाणा की 90 सीट पर 464 निर्दलीय और 101 महिलाओं सहित कुल 1,031 उम्मीदवार मैदान में हैं।
कई एग्जिट पोल ने हरियाणा में कांग्रेस की जीत का अनुमान जताया है, जहां 67.90 प्रतिशत मतदान हुआ। एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दावा किया है कि उनकी पार्टी भाजपा आठ अक्टूबर को पूर्ण बहुमत के साथ तीसरी बार सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि जब आठ अक्टूबर को नतीजे घोषित होंगे तो कांग्रेस इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को दोष देगी। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्ण बहुमत मिलने का विश्वास जताया है। हुड्डा को कांग्रेस के जीतने पर मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है।
जम्मू और कश्मीर
जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC), जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP), कांग्रेस और भाजपा जम्मू और कश्मीर में महत्वपूर्ण दल हैं। अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी), सज्जाद गनी लोन की जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (जेकेपीसी), और इंजीनियर राशिद की जम्मू-कश्मीर अवामी इत्तेहाद पार्टी अन्य महत्वपूर्ण पार्टियां हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पोले ने कहा कि सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी, उसके बाद ईवीएम की गिनती शुरू होगी। प्रत्येक जिला मुख्यालय में मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। प्रादेशिक मतदान केंद्रों की गिनती 25 स्थानों पर की जाएगी और प्रवासी मतदान केंद्रों की गिनती 3 स्थानों पर की जाएगी। सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।
उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों ने अपने काउंटिंग एजेंटों के बारे में भी जानकारी दी है। ईवीएम को ट्रिपल लेयर सुरक्षा में रखा गया है। सबसे बाहरी परत में पुलिस होती है, मध्य परत में सीएपीएफ की सुरक्षा होती है, और आंतरिक परत में एक समर्पित अनुभाग होता है जो चौबीसों घंटे मतगणना केंद्र की निगरानी करता है। केंद्र शासित प्रदेश की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनावी मुकाबले में उतरे 873 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला मंगलवार शाम तक होने की संभावना है। इस बार मतदान 63.45 प्रतिशत रहा, जो 2014 के विधानसभा चुनाव में दर्ज 65.52 प्रतिशत से कम है।
चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (बडगाम और गंदेरबल, दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद गनी लोन (हंदवाड़ा और कुपवाड़ा सीटों से), प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा (बटमालू) और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना (नौशेरा सीट) शामिल हैं। अन्य उम्मीदवारों में कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर (डूरू), पीडीपी नेता वहीद पारा (पुलवामा), इल्तिजा मुफ्ती (बिजबेहरा), ‘जम्मू एंड कश्मीर-अपनी पार्टी’ के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी (चनापुरा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी (कुलगाम) और पूर्व उपमुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग तथा तारा चंद शामिल हैं। शनिवार को आए एग्जिट पोल में नेकां-कांग्रेस गठबंधन को बढ़त हासिल होती दिखाई गई है तथा क्षेत्रीय पार्टियों को भी कुछ सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।