मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू 7 अक्टूबर को द्विपक्षीय यात्रा के लिए भारत आने की उम्मीद है। भारत और मालदीव सितंबर की शुरुआत से ही मुइज्जू की अपेक्षित यात्रा की तैयारी कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए 9 जून को नई दिल्ली की यात्रा के बाद मुइज्जू की दूसरी भारत यात्रा होगी। राष्ट्रपति कार्यालय की मुख्य प्रवक्ता हीना वलीद ने जिस दिन मुइज्जू के भारत यात्रा के बारे में जानकारी दी, ठीक उसी दिन पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले दो मंत्रियों से इस्तीफा भी ले लिया गया। मालदीव के राष्ट्रपति ने भी कहा था कि उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपमान करने के लिए उपमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
इस साल की शुरुआत में मालदीव के युवा मंत्रालय के उप मंत्रियों को सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट करने की वजह से निलंबित कर दिया गया था। नई दिल्ली ने माले के समक्ष इस मामले को जोरदार ढंग से उठाया था। मोदी की लक्षद्वीप की यात्रा के बाद सोशल मीडिया एक्स पर उनके पोस्ट को लेकर मालदीव के उपमंत्रियों ने भारतीय प्रधानमंत्री की आलोचना की थी।
भारत और मालदीव के बीच संबंध पिछले साल नवंबर से ही तनावपूर्ण हो गए थे, जब चीन के प्रति झुकाव रखने वाले मुइज्जू ने मालदीव के राष्ट्रपति का पदभार संभाला था। मुइज्जू ने भारत से कहा था कि वह देश द्वारा उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन कर रहे लगभग 90 भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुला ले। भारत ने 10 मई तक अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुला लिया और उनकी जगह डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टरों के संचालन के लिए असैन्य कर्मियों को तैनात कर दिया।