भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी के समीप औद्योगिक क्षेत्र में बंद फैक्ट्री में 1800 करोड़ रुपए के ड्रग्स मामले में सियासत शुरू हो गई है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने जहां सरकार पर हमला बोला है वहीं बीजेपी ने भी पलटवार किया है।
एमपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त
मामले को लेकर पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा कि-भोपाल मध्य प्रदेश में शराब माफिया, भू माफिया, रेत माफिया के साथ नए माफिया ने जन्म लिया है। अब एमपी में ड्रग माफिया भी पनपना लगे। 1800 करोड़ का ड्रग्स का ये बड़ा मामला है, यही कारण है कि प्रदेश में अपराध बढ़ रहे है। पूरे मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि जब प्रदेश की राजधानी भोपाल में ड्रग्स की फैक्ट्री तो दूर दराज के क्षेत्र में क्या हाल होगा? मध्य प्रदेश का खुफिया तंत्र भी फेल हो गया। एमपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। मामले में प्रदेश सरकार बहुत बड़ा फेलियर साबित हुआ है। प्रदेश में बच्चों से लेकर बड़े तक नशे में डूब रहे है। शांति का टापू एमपी अपराधों का टापू नशीले पदार्थों के कारण बन रहा है। शासन और प्रशासन गहरी नींद में है।
प्रदेश प्रवक्ता, बीजेपी डॉ गुलेरेज शेख ने कहा कि कांग्रेस जांच रिपोर्ट का इंतजार करे। दिल्ली में ड्रग मामला और गोयल के साथ कांग्रेस हाईकमान के कनेक्शन को कांग्रेसी ना भूले। जांच के बाद कांग्रेस को मुंह काला करना पड़ सकता है। प्रदेश में पुलिस प्रशासन और खुफिया तंत्र पूरी तरह मुस्तैद है। शांति का टापू बनाए रखने के लिए सरकार हर स्तर पर काम कर रही है।