हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया है। इजराइली सेना ने शुक्रवार रात बेरूत में हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर मिसाइल हमला किया, जिसमें हसन नरसल्लाह और उसकी बेटी बेटी जैनब समेत 6 लोगो मारे गए। इसी बीच पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने इजरायली हमलों में मारे गए हसन नसरल्लाह को शहीद बताया है। महबूबा मुफ्ती ने शोक के रूप में आज (रविवार) को अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
महबूबा ने अपने रविवार के सभी चुनाव प्रचार अभियान रद्द करने का ऐलान करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि-लेबनान और गाजा के मारे गए लोगों, विशेषकर हसन नसरल्लाह की मौत पर एकजुटता दिखाने के लिए मैं कल (रविवार) को अपना चुनाव प्रचार कैंपेन रद्द कर रही हूं। हम इस अपार दुख और प्रतिरोध की घड़ी में फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं।
OIC ने बुलाई बैठक
इस बीच ईरान ने लेबनान और फिलिस्तीन में इजरायल के हमलों से निपटने के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्य देशों के नेताओं की तत्काल बैठक बुलाने का आह्वान किया। शुक्रवार को OIC के विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए ईरानी उप विदेश मंत्री (कानूनी और अंतरराष्ट्रीय मामलों) काज़ेम गरीबाबादी ने फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों का समर्थन करने में इस्लामी देशों के बीच एकता और एकजुटता के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि इस्लामी दुनिया एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है और कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है, विशेष रूप से फिलिस्तीनी मुद्दा, जो हमारी मुख्य प्राथमिकता बनी हुई है। ओआईसी के संस्थापक सदस्यों में से एक के रूप में, ईरान ने हमेशा मुख्य चुनौतियों से निपटने और फ़िलिस्तीनी मुद्दे पर विशेष ध्यान देने के लिए इस्लामी उम्माह के प्रयासों का समर्थन किया है।
1992 से हिजबुल्लाह का चीफ था नसरुल्लाह
हसन नसरुल्लाह 1992 से ही हिजबुल्लाह की कमान संभाल रहा था. लेबनान में उसकी अच्छी राजनीतिक पकड़ थी। 2018 के आम चुनाव में उसकी पार्टी ने जीत हासिल की थी। नसरल्लाह का दावा था कि उसने 1 लाख लड़ाकों की फौज तैयार की है।