भोपाल। मध्य प्रदेश में अब प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए अभ्यर्थियों को दो बार परीक्षा देनी होगी। पात्रता परीक्षा के बाद चयन परीक्षा भी होगी। खास बात यह है कि इस बार प्राथमिक शिक्षक के लिए बीएड डिग्री धारक अभ्यर्थी पात्र नहीं होंगे, बल्कि डीएलएड वाले ही अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। इससे पहले दो परीक्षा का नियम उच्च माध्यमिक शिक्षक-2023 की भर्ती में ही लागू की गई है।
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षक ‘प्राथमिक शिक्षक (वर्ग-3)’ बनने के लिए 10 नवंबर से पात्रता परीक्षा शुरू हो रही है। मप्र कर्मचारी चयन मंडल ने परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। इस परीक्षा के लिए 1 से 15 अक्टूबर से ऑनलाइन फॉर्म भरे जाएंगे। आवेदन पत्र में संशोधन 20 अक्टूबर तक कर सकेंगे।
10 नवंबर से शुरू होगी परीक्षा
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 10 नवंबर से शुरू होगी। दो पालियों में परीक्षा आयोजित होगी। पहली पाली सुबह नौ से 11.30 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2.30 बजे से शाम पांच बजे तक परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस बार प्राथमिक शिक्षक के लिए 21 वर्ष आयु सीमा तय की गई है।
इन अभ्यर्थियों को नहीं देनी होगी परीक्षा
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2024 में वे अभ्यर्थी शामिल नहीं होंगे, जिन्होंने 2020 में पात्रता परीक्षा पास कर ली है। ईएसबी ने स्पष्ट किया है कि पात्रता परीक्षा की वैधता आजीवन रहेगी ।यह पात्रता परीक्षा भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर सहित बालाघाट, खंडवा, नीमच, रतलाम, रीवा, सागर, सीधी, सतना और उज्जैन शहर के परीक्षा केंद्रों पर आयोजित कराई जाएगी।