हटा (दमोह) मध्य प्रदेश के दमोह जिले में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। गुरुवार को सागर लोकायुक्त की टीम ने दमोह पहुंचकर ट्रेप कार्रवाई करते हुए जिला पंचायत के एक जिला कोऑर्डिनेटर हरचरण सेन को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी अंकेक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्रवाई की गई है।
जानकारी के मुताबिक मनोज पिता नारायण पटेल ग्राम अभाना VSA ने सागर लोकायुक्त एसपी को शिकायत की थी। हरचरण सेन जिला समन्वयक सामाजिक अंकेक्षण जिला पंचायत कार्यालय दमोह के द्वारा ग्राम पंचायत के अंकेक्षण के बदले में प्रति ग्राम पंचायत 2 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है। जिस पर आज लोकायुक्त डीएसपी मंजू सिंह के नेतृत्व में पहुंची टीम ने कार्रवाई करते हुए हरचरण को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इसके उपरांत भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।वहीं आरोपी हर चरण वर्मा उर्फ हरचरण सेन का कहना है कि उनके द्वारा किसी भी प्रकार की कोई राशि की मांग नहीं की गई। वह हमेशा ही हमसे कभी 1000 कभी 2000 रुपये उधार मांग कर ले जाता था तो मैं समझा की उधारी के पैसे वापस कर रहा है। इस कारण से मैंने यह राशि ले ली। मेरे द्वारा किसी भी प्रकार की रिश्वत की मांग नहीं की गई।