चारो तरफ अफरा-तफरी का महौल नजर आया। खौफ में लोग इधर-उधर भागते नजर आए। किसी ने अस्पताल की तरफ रुख किया तो कोई खुद को बचाने के लिए सेफ जगह तलाशने लगा। लेबनान में सीरियल धमाकों का नया चैप्टर खुल गया। ऐसा धमाका जिसके बारे में हिजबुल्ला के लड़ाकों ने कभी सोचा भी नहीं होगा। दरअसल, इजरायल और हिजबुल्ला की जंग अब नया मोड़ ले चुकी है। इजरायल ने न तोप चलाए न मिसाइल लेकिन लेबनान में सीरियल धमाकों को अंजाम दे दिया। हिज्बुल्लाह के सैकड़ों सदस्यों के पेजर्स में अचानक धमाके हुए। इसमें लेबनान में तैनात ईरान के राजदूत समेत 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए। हिज्बुल्ला ने कहा कि इन धमाकों में 8 मौतें हुई, जिनमें उसके लड़ाके और एक बच्ची भी है।
पेजर कम्यूनिकेशन का जरिया होता है। इस डिवाइस में मेसेज प्राप्त कर सकते हैं या भेज सकते है। लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने कहा कि राजधानी बेरूत के दक्षिणी उपनगरों समेत कई इलाकों में एक समय में ही ऐसे धमाकों की खबर है। सोशल मीडिया पर वायरल विडियो और तस्वीरों में घायलों को बैठे या लेटे अस्पताल ले जाते दिखाया गया है। अस्पतालों में इमरजेंसी भरी हुई हैं। अपुष्ट सीसीटीवी फुटेज में कई दुकानों में विस्फोट होते दिखे। हिजबुल्लाह ने कहा कि यह सुरक्षा में सेंध का सबसे बड़ा मामला है। इसके पीछे इस्राइल का हाथ बताया जा रहा।
वरिष्ठ लेबनानी सुरक्षा सूत्रों के हवाले से कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि इजरायल की मोसाद जासूसी एजेंसी ने पांच महीने पहले लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह द्वारा मंगाए गए 5000 ताइवान निर्मित पेजरों के अंदर थोड़ी मात्रा में विस्फोटक रखा था। समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए एक वरिष्ठ लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने आरोप लगाया कि पेजर तब फटा जब उन्हें एक कोडित संदेश भेजा गया, जिससे विस्फोटक सक्रिय हो गए।