ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले की डबरा तहसील के ग्राम सेंकरा व खेड़ीरायमल में पानी के बीच फंसे लगभग 125 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। जिले के कई गांवों से कुल मिलाकर अब तक लगभग 525 लोगों को जिला प्रशासन व एसडीआरएफ के सहयोग से सुरक्षित निकाला गया है। इन सभी लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में आश्रय दिलाया है। अतिवृष्टि से प्रभावित जिले के ग्रामों में संयुक्त टीमें लगातार भ्रमण कर लोगों की मदद कर रही हैं।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि डबरा तहसील के ग्राम सेंकरा में चारों ओर से हुए जल भराव में फंसे लोगों को निकालने के लिये राज्य शासन के माध्यम से हैदराबाद से एनडीआरएफ का दल विशेष विमान से ग्वालियर रवाना हुआ था। हेलीकॉप्टर भी बुलाए गए थे, लेकिन स्थानीय स्तर पर ही जिला प्रशासन व जनपद पंचायत के संयुक्त दलों ने कड़ी मेहनत व सूझबूझ के साथ एसडीआरएफ के सहयोग से ग्राम सेंकरा व खेड़ीरायमल में पानी के बीच फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया, इसलिए हैदराबाद से आ रहे दल के सहयोग की जरूरत नहीं पड़ी।
जिले के इन गांवों से किया लोगों को रेस्क्यू
– उटीला से 15 लोग
– सासन भितरवार से 38 लोग
– नंदों का डेरा डबरा से 70 लोग
– खेड़ीरायमल और सेंकरा डबरा से लगभग 140 लोग
– गुरुनानकनगर डबरा से लगभग 135 लोग
– गांव इकहरा तहसील तानसेन से लगभग 50 लोग
– गांव मिलघन और लिधौरा से लगभग 40 लोग
– जिले के अन्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्र से लोगो का किया रेस्क्यू
मृत लोगों के परजिनों 4–4 लाख की आर्थिक सहायता
ग्वालियर जिले में पिछले दिनों से लगातार जारी भारी बारिश की वजह से निर्मित हुई स्थितियों से जिले में चार लोगों की मृत्यु हुई है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 4–4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है।
इनकी हुई मौत
– जखारा गांव में कच्चा मकान गिरने से उमा बघेल की हुई मौत
– गांव सेंथरी में कच्चा मकान गिरने से मुकेश बघेल की मौत
– गांव कोसा में कच्चे मकान के गिरने से अमन रावत की मौत
– जिले के घाटीगाँव अंतर्गत पाटई नाला में एक व्यक्ति के तेज बहाव में बह जाने के बाद से अब तक नही लगा कोई सुराग।