ग्वालियर शहर और आसपास रहने वाले लाखों लोगों के लिए मानसून के जरिए बुधवार को बड़ी खुशखबरी आई। शहर की प्यास बुझाने वाले सवा सौ साल पुराना तिघरा बांध पूरी तरह से लबालब भर गया। इसके चलते बुधवार दोपहर डैम के गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। डैम के फुल हो जाने से अब ग्वालियर के लोगों को अपने नल से प्रतिदिन पानी की सप्लाई हो सकेगी। बीते कई साल से यहां एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई हो रहा है। बांध के गेट खुलने की सूचना पाकर बड़ी संख्या में सैलानी भी यह नजारा देखने तिघरा बांध पर पहुंच गए।बीती रात तिघरा का जल स्तर 738.35 फ़ीट पहुंच गया था। इसकी क्षमता 739 फ़ीट है। दोपहर जैसे ही जल स्तर ने खतरे के निशान को छुआ, उससे पहले नगर निगम और जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर ही अनौपचारिक बैठक कर गेट खोलने का निर्णय लिया। हालांकि, इससे पहले इसके डूब में आने वाले ग्वालियर और मुरैना जिले के गांव में बाढ़ से बचाव के लिए मुनादी करा दी गई तथा अन्य व्यवस्थाएं भी कर ली गई थी।
गेट खोलने के पहले बांध का बार-बार सायरन बजाकर अलर्ट किया गया। इसके बाद इसके गेट खोलने का सिलसिला शुरू हुआ। फिलहाल, इन गेट से लगभग 3000 क्यूसेक (85.00 क्यूमेक) पानी छोड़ा जाएगा। चूंकि ग्वालियर अंचल में लगातार हो रही है। पिछले दो दिन से बारिश, कैचमेंट एरिया से तिघरा डैम में लगातार पानी बांध में पहुंच रहा है, जिसके चलते ये भी संभावना है कि जल्द ही कुछ और गेट खोलकर पानी की निकासी करनी पड़े। गौरतलब है कि लगातार बारिश होने के कारण अंचल के ककैटो, अपर ककैटो और पेहसारी डैम भी फुल हो चुके हैं। यहां भी गेट खोले जाने से भी वैस्ट वीयर का पानी तिघरा डैम में लगातार पहुंच रहा है।
तिघरा बांध के फूल हो जाने से गवालियरवासियों को एक और बड़ी खुशखबरी मिली है। लम्बे समय से तिघरा में पानी की कमी के चलते ग्वालियर शहर में नलों से एक दिन छोड़कर एक दिन पानी की सप्लाई हो रही थी। लेकिन अब कल यानी गुरुवार से नगर निगम रोज पानी को सप्लाई शुरू करने जा रहा है। फिलहाल, ये ट्रायल बेस पर ही होगी।