मानसूनी बारिश और उसके चलते भूस्खलन से पहाड़ी राज्यों की दुस्वारियां कम नहीं हो रहीं। सोमवार को हिमाचल प्रदेश में मणिमहेश से आ रहे श्रद्धालुओं का एक दल भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसमें एक श्रद्धालु की मौत हो गई। राज्य में जगह-जगह पहाड़ के टूट के गिरने से 100 से अधिक सड़कें बंद हैं। उत्तराखंड में भी कुछ ऐसा ही हाल है और भूस्खलन के चलते बदरीनाथ हाईवे पर वाहनों की आवाजाही करीब चार घंटे तक बाधित रही। मैदानी राज्यों में भी लोगों को जलभराव की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड समेत पांच राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में मंगलवार के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया, जबकि अन्य कई राज्यों के लिए यलो अलर्ट है।
इन क्षेत्रों तीन दिन मूसलाधार बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि दक्षिण बांग्लादेश के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है और इसके प्रभाव से अगले 3 दिनों के दौरान पूर्वी और पूर्व-मध्य भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा, अगले 2-3 दिनों के दौरान केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। विभाग ने उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में मंगलवार को भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, असम और मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, तेलंगाना, तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई।
कांगड़ा-चंबा मार्ग पर द्रम्मण में भारी भूस्खलन
शिमला से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार रात कांगड़ा-चंबा मार्ग पर द्रम्मण में भारी भूस्खलन हुआ। इसमें ऊना के दौलतपुर चौक के रहने वाले श्रद्धालु की मलबे में दबने से मौत हो गई। भारी बारिश से कांगड़ा में 16 मकान भी ढहे गए। मनाली-लेह मार्ग पर धुंधी के समीप सोमवार सुबह भारी चट्टान गिरने से यातायात दो घंटे अवरुद्ध रहा। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते सोमवार को प्रदेश में 107 सड़कें, 91 बिजली ट्रांसफार्मर और 36 पेयजल योजनाएं ठप रहीं। मौसम विभाग ने प्रदेश में मंगलवार और बुधवार को भी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 22 अगस्त से कुछ राहत मिलने के आसार हैं।
बदरीनाथ हाईवे पर भारी मलबा
वहीं, उत्तराखंड में पीपलकोटी और जोशीमठ क्षेत्र में रविवार रात भारी बारिश के चलते सोमवार सुबह पांच बजे गुलाबकोटी में बदरीनाथ हाईवे पर भारी मलबा आ गया और करीब साढ़े चार घंटे तक वाहनों की आवाजाही बंद रही। इस दौरान बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जा रहे करीब 400 श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय लोगों ने वाहनों में बैठकर ही हाईवे खुलने का इंतजार किया। सुबह छह बजे पहुंची एनएचआईडीसीएल की जेसीबी ने मलबा हटाने का काम शुरू किया और सुबह साढ़े नौ बजे हाईवे को खोल दिया।