मेडिकल कॉलेज पहुंची सीबीआई की टीम
सीबीआई की टीम कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंच गई है. टीम यहां पर सबूतों को इकट्ठा कर रही है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है.
सीबीआई दफ्तर पहुंचने पर क्या बोले कुणाल घोष?
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष सीबीआई दफ्तर पहुंचे हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि मैं अपने काम के लिए आया हूं. अपने पुराने मामले के चलते कोलकाता छोड़ने के पहले मुझे CBI को बताना होता है. मगर आज मैं यहां पर इसलिए भी आया हूं, क्योंकि आर जी कर अस्पताल से मेरा पुराना रिश्ता है और वहां पर बहुत सारे छात्र मेरे जरिए कुछ कागज पहुंचाना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि जो भी दोषी हो, उसे फांसी दी जाए. मैं किसी का नाम नहीं ले सकता हूं.
उन्होंने कहा कि छात्र यहां नहीं आ सकते हैं और आना भी नहीं चाहते हैं, लेकिन बहुत सारी बातें मैं बता नहीं सकता हूं. मैं जूनियर डॉक्टर के कागज यहां पर देने आया हूं. अगर CBI के ये काम आएगा तो ये उन पर निर्भर करता है.
पीड़िता के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ?
कोलकाता पीड़िता के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, जब शव मिला उस वक्त उसका ऊपरी हिस्सा खुला हुआ था. निचला वस्त्र गायब था और उसकी प्राइवेट पार्ट से खून मिला तरल पदार्थ बह रहा था, जो यौन उत्पीड़न (रेप) की पुष्टि करता है. बाएं हाथ, कंधे, घुटने के पीछे और टखने पर भी खरोंच के निशान थे. योनी के पास भी गंभीर चोटें थीं, जिसमें हाइमन का पूरा फटना शामिल था, जिससे खून बह रहा था. इससे साफ पता चलता है कि महिला के साथ रेप किया गया था.
महिला की आंखों में खून के धब्बे थे. दोनों आंखों की पुतलियां फैली हुई और स्थिर थीं. उसकी उंगलियों के सिरे और नाखूनों के नीचे नीला रंग था, जो दर्शाता है कि वो अत्यधिक दर्द से मरी थी.
सीबीआई दफ्तर पहुंचे डॉ कुणाल घोष
सीबीआई की टीम टीएमसी नेता कुणाल घोष से पूछताछ करना चाहती है, जिसके लिए वह जांच एजेंसी के दफ्तर पहुंचे हैं. कोलकाता रेप-मर्डर केस की जांच सीबीआई कर रही है.
टीएमसी सांसद ने पुलिस नोटिस के जवाब में खटखटाया अदालत का दरवाजा
तृणमूल के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे ने पुलिस के नोटिस के जवाब में अदालत का दरवाजा खटखटाया है. गिरफ्तारी के डर से तृणमूल सांसद कोर्ट के दरवाजे पर पहुंचे हैं. मुकदमा दायर करने के लिए न्यायालय की अनुमति मांगी गई है. इस मामले पर कल सुनवाई होगी.
बंगाल में महिलाएं गुंडों से डर रहीं- गवर्नर
पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने कहा, “बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह नहीं है. बंगाल ने अपनी महिलाओं को विफल कर दिया है. समाज ने नहीं बल्कि वर्तमान सरकार ने अपनी महिलाओं को विफल कर दिया है. बंगाल को उसके प्राचीन गौरव पर वापस लाया जाना चाहिए जहां महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त था. महिलाएं अब ‘गुंडों’ से डरती हैं, यह डर उस सरकार द्वारा बनाया गया है जो इस मुद्दे के प्रति असंवेदनशील है.”
सीबीआई दफ्तर पहुंचे पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष
सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष से पूछताछ कर रही है. सूत्रों ने बताया है कि उनसे पूछा गया कि सेमिनार रूम का बगल वाला हिस्सा क्यों टूटा हुआ है? इस पर संदीप ने जो जवाब दिया, उससे सीबीआई संतुष्ट नहीं हुई है. सीबीआई अधिकारी संदीप घोष के इस तर्क से नाखुश हैं कि घटना के तुरंत बाद वह हिस्सा क्यों तोड़ दिया गया. फिलहाल संदीप घोष पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर पहुंच चुके हैं.
एसएसकेएम अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुई मारपीट, अमित मालवीय का दावा
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने दावा किया है कि कल रात, कोलकाता के प्रतिष्ठित एसएसकेएम अस्पताल में भीड़ ने एक और ऑन ड्यूटी डॉक्टर की पिटाई कर दी, जो ममता बनर्जी के गृह निर्वाचन क्षेत्र भबनीपुर में पड़ता है. इस हमले के पीछे मुख्यमंत्री के करीबी और एक शक्तिशाली टीएमसी मंत्री के करीबी लोगों का हाथ बताया जा रहा है. बंगाल में कोई भी सुरक्षित नहीं है. न महिलाएं, न डॉक्टर. उन्होंने सीएम के इस्तीफे की मांग की.
आरोपी का हो रहा साइकोलॉजिकल टेस्ट
कोलकाता रेप केस में सीबीआई की जांच भी आरोपी संजय रॉय पर अटकी हुई है. मृतका के साथ हुई बर्बरता में अभी तक की जांच में संजय रॉय ही मुख्य आरोपी है. वारदात के बाद संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वह सेमिनार हॉल से वारदात के दौरान आते-जाते सीसीटीवी में कैद हुआ था. कोलकाता पुलिस के सामने उसने अपना गुनाह भी कबूल किया था, लेकिन सीबीआई को संजय रॉय के बयानों पर शक है. इसलिए आरोपी का रविवार को साइकोलॉजिकल टेस्ट करवाया गया था.
पूछताछ के लिए पुलिस मुख्यालय जाएंगे दो डॉक्टर्स
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर राज्य के दो प्रमुख डॉक्टरों को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है. पुलिस ने दोनों डॉक्टरों को दिए गए नोटिस में कहा कि इनके ऊपर पीड़िता की पहचान उजागर करने का आरोप है. जिन दो डॉक्टरों को नोटिस भेजा गया है, उनके नाम डॉ कुणाल सरकार और सुवर्ण गोस्वामी है. दोनों ही लोग सोमवार को कोलकाता पुलिस के मुख्यालय पहुंच रहे हैं. वह अपने वकीलों और साथी डॉक्टर्स