भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले से बच्चों की शिक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां पर एक शिक्षक और 2 अतिथि शिक्षक के भरोसे 200 बच्चों का भविष्य है। दो संस्थाओं के बच्चों को एक ही स्कूल में रखा गया है। वहीं कक्षा 1 से लेकर पांचवी तक के बच्चों की बिल्डिंग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।
दरअसल मामला भिंड जिले के पुलावली शास. कन्या माध्यमिक विद्यालय का है। आज लंच के समय देखा गया कि कुछ बच्चों की क्लास कमरे के अंदर लगी हुई थी। वहीं कुछ छात्र पेड़ के नीचे पढ़ रहे थे। स्थानीय लोगों और अतिथि शिक्षकों ने बताया कि यहां लगभग दो-तीन साल से 100 बच्चों की क्लास पेड़ के नीचे लगाई जाती है। क्योंकि स्कूल में केवल चार कमरे बने हुए हैं। जिसमें कक्षा 1 से लेकर 8 तक के बच्चों को रखा गया है। एक से लेकर कक्षा पांचवी तक के बच्चों की संख्या 150 है। वहीं कक्षा 6 से लेकर कक्षा आठवीं तक के बच्चों की संख्या 50 है। कक्षा 1 से 8 तक की बच्चों की संख्या 200 बताई गई। चार कमरों में 200 बच्चे नहीं बैठ पाएंगे। इसलिए अलग-अलग व्यवस्थाएं रखी गई हैं।
इतना ही नहीं, स्कूल में भीषण गर्मी में लाइट और पंखे भी नहीं है। साथ ही बच्चों के पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। बच्चों को स्कूल से दूर पानी पीने के लिए जाना पड़ता है।
स्कूल में छह शिक्षकों में तीन शिक्षक उपस्थित मिले
स्कूल में 6 शिक्षक हैं जिनमें से 3 अनुपस्थित मिले। 200 बच्चों को एक शिक्षक दो अतिथि शिक्षकों के भरोसे शिक्षा मिल रही है। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि इस स्कूल की इस स्कूल की छत से बारिश का पानी टपकता है। पेड़ के नीचे जो बच्चे पढ़ते हैं, आवारा पशु कभी भी उन पर हमला कर सकते हैं। बच्चों के साथ अगर कोई घटना घटित हो जाए तो इसका कौन जिम्मेदार होगा।
संकुल प्रभारी एम. एस. तोमर ने बताया कि इन कमियों को लेकर हमारे संबंधित अधिकारियों को पूरी जानकारी दे चुके हैं। बिल्डिंग के लिए सरकार जब स्वीकृति दे दे तब बिल्डिंग बनेगी और तभी बच्चों के लिए व्यवस्थाएं हो पाएगी।