वाशिंगटन: अमेरिका के न्याय विभाग (FBI) ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश के मामले में बड़ा खुलासा किया है। FBI ने मंगलवार को ईरान से संबंध रखने वाले पाकिस्तानी व्यक्ति ने अमेरिकी धरती पर राजनीतिक हत्याओं को अंजाम देने की साजिश का आरोप लगाया है। आसिफ मर्चेंट का नाम हाल ही में एक बड़े विवाद में उभर कर सामने आया है, जिसने अमेरिकी सरकार को हिला कर रख दिया है। इस मामले में उनके ईरान से जुड़े तार भी सामने आए हैं। अमेरिका में जस्टिस डिपार्टमेंट ने आसिफ मर्चेंट को अमेरिकी नेताओं की हत्या की साजिश रचने का आरोप में हिरासत में लिया है। इसे ट्रंप से भी जोड़कर देखा जा रहा है। CNN ने अदालती दस्तावेज के हवाले से बताया है कि 46 साल के आसिफ मर्चेंट ने 2020 में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए अमेरिकी नेताओं की हत्या की साजिश रची।
मर्चेंट के बारे में दावा किया गया है कि वो अमेरिका जाने से पहले वह कई दिनों तक ईरान में रहा। वह इसी साल अप्रैल में अपने प्लान को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से अमेरिका पहुंचा। यहां पहुंचने के बाद उसने न्यूयॉर्क में एक हत्यारे को हायर करने की कोशिश की। एक अज्ञात शख्स ने पुलिस को मर्चेंट के बारे में सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। अमेरिका की फेडरल कोर्ट ने 16 जुलाई को उसे गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। 13 जुलाई को पेन्सिल्वेनिया के बटलर शहर में एक रैली को संबोधित करते वक्त ट्रंप पर हमला हुआ था। इसके बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को मारने के लिए ईरान में साजिश रची जा रही थी। हालांकि, ट्रंप पर रैली में जो हमला हुआ उसका ईरान से कोई कनेक्शन है या नहीं इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। अगर ईरान कभी भी उनकी हत्या करने में कामयाब होता है तो उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका उसे खत्म कर देगा। उसे दुनिया के नक्शे से मिटा दिया जाएगा।
BBC के मुताबिक FBI के डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे ने कहा मर्चेंट एक खतरनाक हत्या की साजिश रच रहा था, जिसे नाकाम कर दिया गया। रे ने कहा कि मर्चेंट का ईरान से सीधा कनेक्शन है। उसे ईरान ने ही अमेरिकी नेताओं की हत्या करने के लिए भेजा था। रिपोर्ट के मुताबिक अदालत के दस्तावेज में यह नहीं बताया गया है कि किसकी हत्या की नाकाम साजिश रची गई, लेकिन अमेरिकी अधिकारी इसे ट्रंप से जोड़कर देख रहे हैं। इस जानकारी के सामने आने के बाद अमेरिकी सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी है। ईरान ने पिछले साल भी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को मारने की धमकी दी थी।
ईरान के रिवॉल्यूश्नरी गार्ड एयरोस्पेस फोर्स के हेड अमीराली हाजीजादेह ने कहा था कि ईश्वर ने चाहा तो हम ट्रम्प को जरूर मारेंगे। हम उन सभी मिलिट्री कमांडर को मारना चाहते हैं, जो ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या में शामिल थे। दरअसल, 3 जनवरी 2020 को तब के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश पर उनकी सेना और CIA ने मिलकर ईरानी विशेष सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी को मार दिया था। जनरल कासिम इराक और सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ने के लिए चर्चित थे।