झारखंड की राजधानी रांची में अपनी मांगों को लेकर सहायक पुलिसकर्मी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। गौरतलब है कि झारखंड में सहायक पुलिसकर्मी वेतन में बढ़ोतरी और उन्हें नियमित करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन दे रहे हैं।
सीएम आवास का घेराव करने जा रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज
शुक्रवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में प्रदर्शन कर रहे सैंकड़ों सहायक पुलिसकर्मी सीएम आवास का घेराव करने जा रहे थे। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस के लाठीचार्ज से कई प्रदर्शनकारी उत्तेजित हो गए और पुलिसकर्मियों से ही भिड़ गए। इसके चलते हंगामे की स्थिति बन गई। हालांकि पुलिस, प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में सफल रही।
सरकार ने दिया ये प्रस्ताव
इससे पहले सरकार की ओर से डीजीपी की अध्यक्षता में सहायक पुलिसकर्मियों को वार्ता के लिए बुलाया गया था। इस बातचीत में डीजीपी अजय कुमार सिंह ने सहायक पुलिसकर्मियों के लिए संविदा बनाकर भर्ती में आरक्षण देने और 20 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया। साथ ही 9 अगस्त को समाप्त हो रहे अनुबंध को भी एक साल बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है। अब गेंद सहायक पुलिसकर्मियों के पाले में है और उन्हें तय करना है कि वे अपना आंदोलन खत्म करेंगे या इसे आगे भी जारी रखेंगे। एडीजी हेडक्वार्टर आरके मलिक ने बैठक के बाद कहा कि अगर सहायक पुलिसकर्मी अपना धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से खत्म कर देते हैं तो उनकी मांगें जल्द मान ली जाएंगी।
एक साल तक के सेवा विस्तार का मिला आश्वासन
वहीं, झारखंड सरकार ने एक साल तक का सेवा विस्तार देने का वादा करते हुए प्रदर्शनकारी संविदा सहायक पुलिस कर्मियों से आंदोलन समाप्त करने की अपील की। ये सहायक पुलिसकर्मी विभाग में सीधी भर्ती के साथ ही उनका मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज कुमार मलिक ने कहा, हमने उनके प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि उन्हें पुलिस विभाग की विभिन्न नियुक्तियों में छूट मिलेगी। खासतौर पर उन्हें आबकारी, होमगार्ड, जेल सिपाही और अग्निशमन सेवाओं में कांस्टेबल पदों के लिए आवेदन करते समय उम्र में छूट और अन्य रियायतें दी जाएंगी।