अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लेकर दो ऐसे बड़े ऐलान किए हैं जिन्होंने कई देशों को हैरान कर दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लेकर पहला ऐलान अपने ऊपर हुए हमलों से पहले किया था। जबकि दूसरे ऐलान ने तो भारत के दुश्मनों को भी परेशान कर दिया है। ट्रंप ने कहा कि हमें भारत के लोगों को अमेरिका में संभाल कर रखना होगा। ट्रंप ने वादा किया है कि मैं ऐसा सिस्टम लाऊंगा जिसके तहत भारतीय स्टूडेंट्स जब अमेरिका में पढ़ने आएंगे उन्हें उसी वक्त मैं डिग्री के साथ ग्रीन कार्ड दे दूंगा। ट्रंप अगर इस वादे को निभाते हैं तो इसे भारत के लिए एक बड़ा फैसला माना जाएगा।
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को आगे ले जाने के लिए काबिल लोगों की जरूरत है। उन्हें देश से बाहर भेजने की नहीं, अमेरिका में रोकने की जरूरत है। अमेरिका में भारतवंशियों की बड़ी संख्या है। इसलिए ग्रीन कार्ड का भी लाभ उन्हें अधिक मिलेगा। अमेरिका में ग्रीन कार्ड स्थायी निवास का एक दस्तावेज है। पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप मेक्सिको सीमा से प्रवेश करने वाले अवैध प्रवासियों के प्रति कड़े रुख के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, ट्रंप हमेशा से मेरिट आधारित आप्रवासन प्रणाली के समर्थक रहे हैं।
इसके साथ ही ट्रंप के दूसरे ऐलान ने तो दुनिया में हलचल पैदा कर दी है। डोनाल्ड ट्रंप ने इसी साल उपराष्ट्रपति पद के लिए होने जा रहे चुनाव के लिए एक ऐसे व्यक्ति को चुना है जिसका भारत और हिंदू धर्म के साथ जबरदस्त कनेक्शन है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने ओहियो के सीनेटर जेडी वेंस को अपना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुन लिया है। एक समय वेंस पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के आलोचक थे। लेकिन धीरे धीरे वो ट्रंप के करीबी बन गए और उनका भरोसा जीत लिया। जेडी वेंस ने भारतीय मूल की वकील ऊषा चिलुकुरी वेंस से शादी की है। बताया जाता है कि एक हिंदू पंडित ने शादी को संपन्न कराया था।