ग्वालियर में सड़कों, मुहल्लों और कॉलोनियों के गड्ढों में भरा पानी लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी मुसीबत बन गया है. इस गंदे पानी के भराव के चलते मौसमी बीमारियों के साथ-साथ डेंगू और मलेरिया ने भी अपने पैर पसार दिए हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि जिले में डेंगू के 128 मरीज और मलेरिया के 4-5 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं.
ग्वालियर में बारिश के पानी से लोग पड़ रहे बीमार
ग्वालियर शहर में सड़कें निर्माण कार्य के चलते सालों से टूटी फूटी पड़ी है, जिनमें वर्षा का पानी भर गया है, जिसके चलते डेंगू का लारवा पनप रहा है. लोगों का कहना है कि हर साल स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम डेंगू के डेंजर जोन एरिया कहे जाने वाले दीनदयाल नगर, नारायण विहार कॉलोनी जैसी कॉलोनियों में बारिश के मौसम से पहले फॉगिंग की जाती है, जिससे मच्छरों का लार्वा न पनप पाए, लेकिन इस बार न ही नगर निगम और न ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई फॉगिंग की जा रही है. डेंजर जोन एरिया में (दीनदयाल नगर पिंटू पार्क) क्षेत्र में कई जगहों पर मोहले के वार्डो में पानी भरा हुआ है. इतना ही नहीं इन जमे पानी में भारी गंदगी भी देखी जा रही है.
जगह-जगह गड्ढे में बरसात का पानी भरा
लोगों का कहना है कि यह बरसात का पानी भरा हुआ है. डेंगू और मलेरिया का खतरा बराबर बना हुआ है. इस बार कोई फॉगिंग नहीं हुई है और न ही कोई सुनने वाला है. बच्चे, बुजुर्गों से लेकर महिलाएं तक बीमार हो रही है, लेकिन नहीं तो जनप्रतिनिधि सुनते हैं और न ही प्रशासन. हर साल यही हालात होते हैं. वहीं ग्वालियर के जिला चिकित्सालय मुरार में डेंगू मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है.
फिलहाल ग्वालियर शहर के लोग अपनी चिंता स्वयं करें. ऐसे हालात ही नजर आ रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
जिला व चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी CMHO सहित प्रशासन के अपने दावे हैं. CMHO डॉ आर के राजौरिया का कहना है कि डेंगू और मलेरिया के लिए हमारे यहां पर जिला मलेरिया अधिकारी हैं जो पूरे क्षेत्र में देखते हैं. ब्लॉक से लेकर शहर में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. सभी लोग को लारवा का निरीक्षण करने और अगर लारवा पाया जाता है तो उसे नष्ट किया जाएगा. इसके लिए हमने एडवाइजरी भी जारी की है कि उससे कैसे बचना है और बचाव के क्या साधन है? साथ ही जनता से अपील की है.
स्वास्थ्य टीम कर रही है सर्वे
डॉ राजौरिया का दावा है कि सभी तैयारी हमारी पूर्ण है. डेंगू के मरीज को भर्ती करने की व्यवस्था भी की गई है. वहीं दवाइयां की व्यवस्था भी पूर्ण है. इसके अलावा दीनदयाल नगर और कई क्षेत्र हैं, जहां हमारी टीम जा रही है और सर्वे कर रही हैं. लार्वा को भी चेक किया जा रहा है. अगर वहां मिलता है तो उसको नष्ट किया जाएगा. घर-घर जाकर हमारी टीम काम कर रही हैं. हमारी 40 टीमें फिलहाल काम कर रही है.
डेंगू के 128 और मलेरिया के 5 मरीज पॉजिटिव
उन्होंने आगे कहा कि अभी तक हमारे यहां डेंगू मलेरिया से किसी की मृत्यु नहीं हुई है. अभी हमने सभी हॉस्पिटल में डेंगू के मरीजों की व्यवस्था कर रखी है. यही अलर्ट ग्रामीण क्षेत्रों में दिया गया है.
डॉ राजौरिया ने कहा कि जिले में अब तक डेंगू के 128 केस पॉजिटिव पाए गए थे. फिलहाल उपचार के बाद सभी स्वास्थ्य हो गए है. जबकि हमारे यहां मलेरिया की चार से पांच मरीज है.