ब्रिटेन में आम चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। आम चुनाव के लिए 4 जुलाई को मतदान हुआ था। मतदान के बाद जारी किए गए नतीजों में लेबर पार्टी को प्रचंड जीत मिली है और पार्टी 400 सीटों के आंकड़े को पार कर चुकी है। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी को 111 सीटों पर अभी तक जीत मिली है।
कंजर्वेटिव पार्टी को तगड़ा झटका, कई सीटों पर तीसरे स्थान पर खिसकी
लेबर पार्टी की जीत का आंकड़ा 410 तक पहुंचा। वहीं पिछले चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी ने जहां जीत हासिल की थी, वहां कई सीटों पर कंजर्वेटिव पार्टी इस बार तीसरे स्थान पर खिसक गई है।
पूर्व गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने पार्टी की हार के लिए मांगी माफी
भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन ने अपनी जीत के बाद कहा कि ‘देशभर के परिणामों को बताते हुए मैं इतना ही कह सकती हूं कि मैं माफी मांगती हूं, मुझे खेद है। ब्रिटेन के महान लोगों ने 14 वर्षों तक हमारा साथ दिया, लेकिन हमने अपने वादे पूरे नहीं किए। हमने ऐसे व्यवहार किया, जैसे आपके वोटों पर हमारा अधिकार है। मुझे खेद है कि मेरी पार्टी ने आपकी बात नहीं सुनी।’
लेबर पार्टी ने पार किया चार सौ सीटों का आंकड़ा
ब्रिटेन आम चुनाव के नतीजों में अभी तक लेबर पार्टी ने 406 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी 112 सीटों पर जीती है। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को 67 सीटें मिली हैं।
पूर्व लेबर नेता जेरेमी कॉर्बिन ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार हासिल की जीत
लेबर पार्टी से निष्कासित होने के बावजूद जेरेमी कोर्बिन ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार इस्लिंगटन नॉर्थ सीट से जीत हासिल की है। कॉर्बिन ने इस्लिंगटन निर्वाचन क्षेत्र में 24,120 वोटों के साथ जीत हासिल की। उन्होंने लेबर पार्टी के भारतीय मूल के उम्मीदवार प्रफुल नरगुंड से 7,247 वोट अधिक वोटों से हराया। 75 वर्षीय पूर्व लेबर नेता 10 बार सीट जीती जनप्रतिनिधि रह चुके हैं लेकिन इस चुनाव में, वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए, क्योंकि 2020 में लेबर पार्टी से निकाल दिया गया था।
कंजर्वेटिव पार्टी की बुरी हार को दी जा रही ‘रक्तपात’ की संज्ञा
ब्रिटिश भारतीय और कंजर्वेटिव पार्टी की उम्मीदवार शिवानी राजा भी जीत हासिल करने में सफल रही हैं, उन्होंने लेबर पार्टी के उम्मीदवार और लंदन के पूर्व डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल को लीसेस्टर ईस्ट निर्वाचन क्षेत्र में हराया। हालांकि कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार में मंत्री रहे ग्रांट शैप्स, पेनी मोर्डंट और जैकब रीस मोग जैसे प्रमुख नामों को भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। यही वजह है कि कंजर्वेटिव पार्टी की बुरी हार को ‘रक्तपात’ की संज्ञा दी जा रही है।
इन मुद्दों पर लड़ा गया ब्रिटेन का आम चुनाव
ब्रिटेन के आम चुनाव में जो मुद्दे सबसे ज्यादा चर्चा में रहे, उनमें अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाएं, अवैध प्रवासी मुद्दा, आवास, पर्यावरण, अपराध, शिक्षा, टैक्स के साथ ही ब्रेग्जिट भी प्रमुख मुद्दा रहा।
कंजर्वेटिव पार्टी की करारी हार
कंजर्वेटिव पार्टी की हार पर स्कॉटिश कंजर्वेटिव पार्टी के नेता रुथ डेविसन ने कहा कि यह कंजर्वेटिव पार्टी के लिए करारी हार है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जैसी आशंका थी, कंजर्वेटिव पार्टी के लिए नतीजे उतने भी खराब नहीं रहे हैं।
कंजर्वेटिव पार्टी की करारी हार
ब्रिटेन के चुनाव नतीजों में लेबर पार्टी 358 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी सिर्फ 81 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी है।
रिचमंड से जीते ऋषि सुनक
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक रिचमंड सीट से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर को जीत की बधाई दी और कहा कि चुनाव नतीजों के बाद वह बयान जारी करेंगे।