मध्य प्रदेश में शिक्षा स्तर को बढ़ाने के लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। पहले सीएम राइस स्कूल शुरू किए गए थे। इस वर्ष सरकार एक नई पहल शुरू करने जा रही है। प्रदेश के 4,473 सरकारी स्कूलों से प्री-नर्सरी क्लासेस की शुरुआत होने जा रही है। इन स्कूलों में 18 जून से नामांकन प्रक्रिया शुरू होने वाली है। हालांकि, जिन सरकारी स्कूलों के परिसर में आंगनबाड़ियों का संचालन किया जा रहा है, उन स्कूलों में प्री-नर्सरी क्लासेस नहीं शुरू होंगी। तीन वर्ष की आयु से बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।
18 जून से नामांकन, जुलाई में शुरू होगी क्लासेस
प्री-नर्सरी कक्षाओं में प्रवेश के लिए 3 से 5 वर्ष की आयु सीमा अनिवार्य है। ऐसे बच्चों के अभिभावक 18 जून के बाद स्कूलों में पहुंचकर बच्चे का नामांकन करवा सकते हैं। वहीं, प्री-नर्सरी कक्षाओं की पढ़ाई एक जुलाई से शुरू होगी। इन सरकारी स्कूलों में प्री-नर्सरी कक्षाओं को लेकर राज्य शिक्षा केंद्र ने आदेश जारी कर दिया है।
जानकारी के लिए बता दें कि राज्य शिक्षा केंद्र प्री-प्रायमरी एजुकेशन के तहत वर्ष 2019-20 से केजी-वन और केजी-टू कक्षाएं संचालित कर रहा रहा है। इस वर्ष से शासकीय स्कूलों में नर्सरी क्लासेस शुरू करने जा रहा है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र के सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किए है। इसमें कहा है कि वर्ष 2024-25 सत्र के लिए समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्ययोजना में 4473 विद्यालयों में पूर्व प्राथमिक कक्षाएं शुरू करने की स्वीकृति शासन ने दी है।
1415 विद्यालयों में शुरू हो चुकी है केजी क्लासेस
गौरतलब है कि सन 2019-20 में पांच जिलों भोपाल, छिंदवाड़ा, सीहोर, सागर और शहडोल के 1415 विद्यालयों में केजी 1 और केजी 2 कक्षाएं संचालित की गई थीं। इन स्कूलों में भी अब इन कक्षाओं के साथ 3 से 4 साल की उम्र वर्ग के बच्चों के लिए नर्सरी की कक्षाएं संचालित की जाएगी। विभाग ने साफ कर दिया है कि जिन स्कूल परिसरों में आंगन बाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, उनमें प्री-नर्सरी क्लासें संचालित नहीं की जाएगी।