पीएम कुसुम योजना के किसानों को खेत में सौर ऊर्जा संयन्त्र स्थापित करने के लिए उद्यान विभाग द्वारा मार्च में राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदनों की जांच कर प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई थी।
जांच में सैकडों फार्म अधूरे होने के कारण बैक टू सिटीजन किए गए थे। इसकी जानकारी सम्बन्धित कृषको को मोबईल के जरिए मैसेज भेजकर दी गई है। अधूरे दस्तावेज 15 दिवस में दोबारा पोर्टल पर अपलोड करने थे। आवेदकों ने तय समय में दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड नहीं किए। इस कारण ये आवेदन स्वतः ही निरस्त हो गए थे। ऐसे आवेदकों को राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने उनके अधूरे दस्तावेज पूर्ण करने का एक और अवसर प्रदान किया है। इसका प्रारम्भ राज किसान साथी पोर्टल पर 5 जून से किया गया है। यह 20 जून तक चालू रहेगा।
उद्यान विभाग की उपनिदेशक आरती यादव ने बताया कि कृषक राज किसान साथी पोर्टल पर निरस्त हुए आवेदनों को निर्धारित अवधि में पुनः ओपन कर वांछित आवश्यक दस्तावेज ऑनलाईन पोर्टल पर अपलोड कर सकेंगे। यह कार्य आवेदक द्वारा ई-मित्र पर जाकर जहां से आवेदक ने आवेदन किया था या अपने स्तर से पूर्व में किए गए ऑनलाईन आवेदन में वांछित आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर सकेंगे।
आवेदक को आवेदन के साथ अपने खेत की नवीनतम जमाबन्दी एवं नक्शा लगाना होगा। यह 6 माह पूर्व से अधिक का नहीं होना चाहिए। कृषक द्वारा जल स्त्रोत होने एवं डीजल चलित संयंत्र से सिंचाई करने का स्व-घोषित शपथ पत्र देना होगा। साथ ही विद्युत कनेक्शन नहीं होने एवं पूर्व में सौर उर्जा संयंत्र पर अनुदान प्राप्त नहीं करने का शपथ पत्र भी उपलब्ध कराना होगा। अनुमोदित फर्मो की सूची में से किसान स्वेच्छा से किसी एक फर्म का चयन कर सकेंगे।