जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर के रांची इलाके में जिला प्रशासन ने दबिश देते हुए एक फर्जी अस्पताल को सील कर दिया. यह अस्पताल बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के ही संचालित हो रहा था. जिस अस्पताल पर शासन की टीम में अस्पताल घर में ही तीन मंजिल बिल्डिंग में संचालित हो रहा था. इतना ही नहीं, जांच में भी पता चला है कि इस फर्जी डॉक्टर की बीवी आयुर्वेद की डिग्री लेकर एलोपैथी का इलाज कर रही थी. मामले आरोपी गोविंद प्रसाद राय और उनकी पत्नी सीमा राय फर्जी डिग्री लगाकर चला अस्पताल का संचालन कर रहे थे.
दरअसल, जबलपुर में व्यावसायिक इकाइयों में नियमों की जांच कर उनका पालन कराने के लिए गठित जांच दलों में से एसडीएम रांझी के नेतृत्व में ग्राम बिलपुरा स्थित क्लीनिक का निरीक्षण किया और रजिस्ट्रेशन एवं लायसेंस सहित कई कमियां पाये जाने पर इसे सील कर दिया गया. हालांकि जांच के दौरान अस्पताल में कोई भी मरीज भर्ती नहीं पाया गया. जिला प्रशासन की टीम ने अस्पताल को सील कर आरोपी पति पत्नी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
शराब और किराना दुकान पर भी दबिश
जांच दल ने शराब दुकान, किराना दुकान का भी निरीक्षण किया. एसडीएम रांझी रघुवीर सिंह मरावी ने बताया कि जांच दल द्वारा कार्रवाई की शुरुआत कांचघर घमापुर स्थित अंग्रेजी एवं देसी शराब दुकान विंग विंग इन्टरप्राजेस के निरीक्षण से की गई.
उन्होंने बताया कि इस शराब दुकान में एफएसएसएआई लाइसेंस नहीं पाया गया. वहीं गुमास्ता लाइसेंस भी नहीं था, इसके अलावा फायर सेफ्टी के भी कोई इंतजाम नहीं किये गये थे. साथ ही दुकान एवं आसपास गंदगी पाई गई.
एसडीएम ने बताया कि दुकान संचालक द्वारा मौके पर नौकरनामा प्रस्तुत नहीं किया जा सका. इन सभी कमियों को दूर करने शराब दुकान संचालक को नोटिस जारी किया जा रहा है. वहीं कांचघर स्थित गोपाल किराना स्टोर्स का निरीक्षण किया गया, जहां नापतौल विभाग से सत्यापित नहीं पाये जाने पर तौल उपकरण जब्त कर लिया गया.