अहमदाबाद; गुजरात के अहमदाबाद स्थित नरेंद्र मोदी मेडिकल कॉलेज में जूनियर्स के रैगिंग करने वाले चार सीनियर डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया है। अहमदाबाद नगर निगम मेडिकल एजुकेशन ट्रस्ट (एएमसी एमईटी) से संबद्ध मणिनगर स्थित नरेंद्र मोदी मेडिकल कॉलेज ने पूरे मामले पर सख्त रुख अपनाया है। इन डॉक्टरों ने दो जूनियर डॉक्टरों को भयानक तौर मानसिक पीड़ा दी थी। रैगिंग कमेटी की जांच के बाद दोषी सीनियर डॉक्टरों को सस्पेंड किया गया है।
16 मई को मिली थी शिकायत
नरेंद्र मोदी मेडिकल कॉलेज में 16 मई को रैगिंग का मामला सामने आया था। इसमें पीड़ित डॉक्टरों ने था कि सीनियर्स की तरफ से लगातार उन्हें अपमानित किया जा रहा है। इसमें एक ही प्रिस्क्रिप्शन को 700 बार लिखने, सात दिन नहीं नहाने जैसे फरमान शामिल हैं। शिकायत में आराेप लगा था कि सीनियर डॉक्टर गालीगलौच करते हैं और तुम्हें कुछ नहीं आता है। जैसे कमेंट करते हैं। इसके बाद पूरे मामले की जांच शुरू हुई थी। नरेंद्र मोदी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की पीड़ा का खुलासा एचओडी आशीष पटेल ने किया।
कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई
इसके बाद रैगिंग की शिकायत की जांच की गई थी। इसमें चार डॉक्टरों को दोषी पाया गया। इसकेएंटी रैगिंग कमेटी ने डॉक्टर व्रज वाघानी और डॉक्टर शिवानी पटेल को 2 साल के लिए सस्पेंड किया है, जबकि बाकी के दो डॉक्टर्स की रैगिंग में सामान्य भूमिका के चलते 25-25 दिनों के लिए सस्पेंड किया गया है, इन दोनों को अपनी रेजिडेंटशिप के दिन बाद में पूरे करने होंगे। अन्य दो डॉक्टरों में अनेरी नायक और करणकुमार पारेजिया शामिल हैं। सितंबर 2022 में अहमदाबाद के इस मेडिकल कॉलेज का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ना पर किया गया था। इस मेडिकल कॉलेज की शुरुआत 2009 में हुई थी। तब एमबीबीएस की कुल 150 सीटें थी। अब मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 200 और एमडी और एमएस की 170 सीटें हैं।