दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपने विचार रखे और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि अगर उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, तो अगला निशाना पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन होंगे.
प्रधानमंत्री पद पर पूछा गया ये सवाल
केजरीवाल से पूछा गया कि उन्होंने क्यों कहा कि अब अमित शाह प्रधानमंत्री बनेंगे? इस पर उन्होंने बताया कि अमित शाह ने 2019 में कहा था कि 75 साल से ऊपर के सभी लोगों को रिटायर कर दिया जाएगा. यह नियम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में बनाया था, जिसके तहत आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, और यशवंत सिन्हा को रिटायर किया गया. केजरीवाल ने बताया कि इस नियम के चलते बीजेपी के भीतर एक भीषण सक्सेशन वॉर चल रहा है, और मोदी जी ने धीरे-धीरे कई वरिष्ठ नेताओं को पद से हटा दिया है ताकि अमित शाह का रास्ता साफ हो सके.
केजरीवाल बोले- बीजेपी के भीतर तनाव
दिल्ली के सीएम का दावा है कि बीजेपी के भीतर तनाव है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी अमित शाह को अगला प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं, लेकिन पार्टी के बाकी सदस्य इससे सहमत नहीं हैं. केजरीवाल का कहना है कि यह चर्चा पूरे देश में हो रही है, और उन्होंने इसे मुखर होकर सामने रखा है.
इस्तीफा देने का सवाल
केजरीवाल से जब पूछा गया कि वह सीएम पद से इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे, तो उन्होंने कहा कि मोदी चाहते हैं कि वह इस्तीफा दे दें क्योंकि उन्हें दिल्ली में हराना मुश्किल है. उनके इस्तीफा देने के बाद अगला निशाना ममता बनर्जी और पिनाराई विजयन होंगे. केजरीवाल ने कहा कि अगर उन्होंने इस्तीफा दे दिया तो देश के जनतंत्र को खतरा हो जाएगा.
पद के प्रति निष्ठा
केजरीवाल ने कहा कि वह पद के लालची नहीं हैं. उन्होंने पहले भी इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी छोड़कर झुग्गियों में काम किया था और 49 दिनों के भीतर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था. लेकिन आज यह उनके संघर्ष का हिस्सा है, और इसलिए वह इस कुर्सी को नहीं छोड़ेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने भी उनके पद से हटाए जाने की याचिका खारिज कर दी है. केजरीवाल का मानना है कि जहां-जहां मोदी जी हारेंगे, वहां सीएम को गिरफ्तार कराया जाएगा.
सिसोदिया के इस्तीफे पर कही ये बात
केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया के इस्तीफे से सरकार नहीं गिरती, लेकिन उनके इस्तीफे से सरकार जरूर गिर जाएगी. कोर्ट बार-बार पूछ रहा है कि पैसे कहां हैं, लेकिन बीजेपी इसे साबित नहीं कर पा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें क्लीन चिट दे रखी है. 100 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया गया है, लेकिन अब तक एक भी पैसा बरामद नहीं हुआ है