जबलपुर। मध्यप्रदेश के हाईकोर्ट की जबलपुर खंडपीठ के चीफ जस्टिस के विदाई समरोह का प्रदेश के वकीलों से बहिष्कार करने की अपील की है। प्रदेश के न्यायिक इतिहास में संभवतः पहली बार ऐसा होने जा रहा है। मध्य प्रदेश स्टेट बार काउंसिल की तरफ से अपील की जा रही है। इसके लिए बकायदा मध्य प्रदेश स्टेट बार काउंसिल के मेंबर ने अपील पत्र जारी किया है। वकीलों के अपमान के विरोध में फेयरवेल के बहिष्कार की अपील की जा रही है। वकीलों से चीफ जस्टिस के फेयरवेल में नहीं जाने की अपील की है।बता दें कि 24 मई 2024 को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस रवि मलिमठ रिटायर्ड हो रहे हैं। उनके रिटायर्ड होने के बाद जस्टिस शील नागू एक्टिंग चीफ जस्टिस होंगे। बार एसोसिएशन ने पत्र में लिखा है कि हम मध्यप्रदेश के वासी है जहां विक्रमादित्य और देवी अहिल्या विराजते हैं जिन्होंने अपनी कार्यशैली से प्रदेश के इतिहास में न्याय के देवी देवता के रूप में स्थापित है। उस प्रदेश में न्याय व्यवस्था में पिछले कुछ समय से बहुत से अवरोध पैदा किए गए व अभिभाषकों की गरिमा को कम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। बार एसोसिएशन ने हाईकोर्ट के वकीलों से भी कार्यक्रम में न जाने की अपील की है।
इंदौर में बिना पहचान पत्र के होटल में ठहराना पड़ेगा महंगा, ऐसे ही मामले में एक मैनेजर गिरफ्तार, पुलिस कमिश्नर का आदेश
इंदौर: इंदौर में बिना परिचय पत्र के यदि किसी होटल संचालक ने मेहमानों को ठहराया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे ही एक मामले में होटल मैनेजर को…