उत्तराखंड में इस समय चल रही चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। यात्रियों की भारी भीड़ की वजह से आज और कल यानी 15 और 16 मई को ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन बंद रहेंगे। इस समय हजारों तीर्थयात्री पहले से ही हरिद्वार और ऋषिकेश में फंसे हुए हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री धामों पर रिकॉर्ड तोड़ भीड़ के चलते सरकारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो चुकी हैं। दोनों धामों के जाने वाले सड़क पर 45 किमी लंबा जाम है, जिसमें भक्त 25 घंटे से ज्यादा समय से फंसे हुए हैं।
एक अनुमान है कि इस साल चारधाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में 44 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है। इसी कारण यह अव्यवस्था हुई है। इससे गंगोत्री धाम के पुजारी भी बहुत नाराज हैं। स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं से कुछ दिन रुक कर जाने की अपील कर रहा है।
बरकोट से आगे यमुनोत्री और गंगोत्री के रास्ते हैं। सब जाम हैं। यहां से उत्तरकाशी का 30 किमी का रूट वन-वे है, इसलिए मंदिर से लौट रही गाड़ियां पहले निकाली जा रही हैं। मंदिर जाने वाली गाड़ियों का नंबर 20-25 घंटे बाद आ रहा है।
लोगों के लिए न रुकने का ठिकाना, न खाने-पीने की व्यवस्था
गंगोत्री जाते वक्त उत्तरकाशी से 20 किमी आगे बढ़ते ही सड़क किनारे बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग आराम करते दिखने लगेंगे। यहां न खाने का ठिकाना है और न रुकने का। आसपास के गांवों के लोग पानी की बोतल के 30 से 50 रुपये तो शौचालय उपयोग का 100 रुपये तक ले रहे हैं। गंगोत्री रूट पर छह दिन से जाम में फंसे महाराष्ट्र, मप्र, गुजरात, राजस्थान, ओडिशा और दिल्ली के 7 हजार यात्रियों ने आगे की यात्रा स्थगित कर लौटना ही मुनासिब समझा।
यह है मुख्य वजह
चार धाम यात्रा में उमड़ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए 15 और 16 मई को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से ही चारधाम के लिए मई माह के सभी ऑफलाइन स्लॉट बुक हो गए। जिसके चलते कई यात्रियों को मई माह में चारधाम यात्रा पर जाने का स्लॉट नहीं मिल पाया। हालांकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होते रहेंगे।
केदारनाथ धाम में 4 दिन में पहुंचे एक लाख से ज्यादा
भक्तउत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा का आगाज हुआ था। हाल ही में आए एक ताजे आंकड़े के मुताबिक, 4 दिन की यात्रा में बाबा केदारनाथ के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या 1 लाख के पार हो चुकी है। उत्तराखण्ड में 10 मई को अक्षय तृतीया के दिन से चारधाम यात्रा की शुरुआत हुई थी। यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट अक्षय तृतीय के शुभ अवसर पर खोले गए थे। श्रद्धालुओं में चारधाम यात्रा को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि अब तक 1 लाख से भी ज्यादा लोग केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं।