यूपी के संत कबीरनगर जिले में जीजा-साली के इश्क ने एक बेकसूर युवक की सांसे छीन ली. जीजा-साली ने मिलकर संतोष कुमार नामक युवक की हत्या करके लाश को हादसा दर्शाने को सड़क पर फेंक दिया. गांव मकदुमपुर निवासी सरस्वती का संतोष से रिश्ता तय था. जबकि सरस्वती का इश्क अपने जीजा पंकज से चल रहा था. सरस्वती ने अपने प्रेम-प्रसंग की बात अपने मंगेतर संतोष को बताई और रिश्ता तोड़ने को कहा. मगर संतोष के इंकार के बाद सरस्वती और पंकज ने मिलकर संतोष की हत्या कर डाली. अब पुलिस ने जीजा-साली को गिरफ्तार कर लिया है.
शहर कोतवाली क्षेत्र के बसलोहिया गांव के रहने वाले संतोष की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. हत्या में शामिल जीजा और साली को दुधारा थाना क्षेत्र के टेमा रहमत चौराहे से गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से हत्या में उपयोग किया गया कत्ल गमछा, चार पहिया वाहन, बाइक, 3 मोबाइल और आधार कार्ड बरामद हुआ है. कत्ल के पीछे की वजह जो निकल कर सामने आई वह चौंकाने वाले हैं.
संतोष बीते 4 मई को अपने एक दोस्त के साथ खलीलाबाद में बिजली का सामान लेने आया था. जहां पहले से ही मौजूद पंकज प्रजापति और उसकी साली सरस्वती जीजा ने सहयोगी को संतोष के पास भेजकर कहलवाया कि चलो उस मकान को देख लो, जहां बिजली का काम करना है. इसके बाद संतोष नवीन सब्जी मंडी के निकट अपनी बाइक दोस्त को देते हुए पंकज प्रजापति और उसके साथिों के साथ उनके चार पहिया वाहन में सवार हो गया.
इसके बाद बस्ती जिले की ओर ले जाने लगे और बीच रास्ते में सरस्वती से शादी तोड़ने की बात कहने लगे. तब संतोष ने शादी तोड़ने से जब मना किया तब उसकी गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी गई. इसके बाद उसके शव को अंबेडकर नगर जिले के बसखारी थाना क्षेत्र के भट्ट पुरवा में सड़क किनारे फेंक कर उस पर गाड़ी चढ़ा दी. जिससे ये लगे की ये हत्या नही बल्कि एक्सीडेंट है.
संतोष का शव जब अंबेडकरनगर जिले में पांच मई को बरामद हुआ. तब उसकी शिनाख्त हुई और अंबेडकरनगर जिले की पुलिस ने इसकी सूचना संतकबीरनगर पुलिस को दी. इसके बाद घटना की जांच के लिए सर्विलांस, स्वाट और कोतवाली पुलिस टीम को निर्देश दिया. जिसके बाद पुलिस ने पंकज प्रजापति और सरस्वती और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.