नई दिल्ली . एशिया की सबसे सुरक्षित जेल कहलाने वाली तिहाड़ जेल की सुरक्षा में एक बार फिर सेंध लग गई. जेल नंबर तीन में शुक्रवार को दो कैदियों के बीच झगड़ा हो गया. इस दौरान अफगान मूल के नागरिक ने विचाराधीन कैदी को चाकू से गोद डाला.
सूचना पर पहुंची पुलिस 29 वर्षीय घायल दीपक को अस्पताल ले पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच के लिए स्थानीय मजिस्ट्रेट को सूचना दी. मजिस्ट्रेट ने अपनी जांच शुरू कर दी है. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि 29 वर्षीय मृतक दीपक अपने परिवार के साथ शकूरपुर में रहता था. दीपक को पश्चिम विहार थाना पुलिस ने 2018 में लूट और हत्या के केस में गिरफ्तार किया है. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि दीपक की हत्या करने वाला 44 वर्षीय अब्दुल बशीर अखोंदजादा ई-104, लाजपत नगर में रहता है. मूल रूप से अब्दुल अफगानिस्तान का रहने वाला है. अब्दुल को लाजपत नगर थाना पुलिस ने मार्च 2019 में आईपीसी की धारा 307 के तहत दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया था. अब्दुल और दीपक को जेल नंबर तीन में रखा गया था.
दोनों के बीच भोजन को लेकर हुआ विवाद पुलिस सूत्रों ने बताया कि अब्दुल और दीपक के बीच शुक्रवार सुबह ही भोजन करने को लेकर झगड़ा हुआ था. उस समय जेल नंबर तीन में मौजूद अन्य कैदियों ने बीच-बचाव कर दोनों को अलग कर दिया, जिसके बाद दोनों सेल में चले गए. अब्दुल ने दीपक पर दोपहर करीब 12.30 बजे हमला कर दिया. अब्दुल ने स्टील के बर्तन को नुकीला कर चाकू बनाया हुआ था, इसी चाकू से उसने दीपक के सीने पर हमला किया. उसके दिल के पास नुकीला हिस्सा लगा, जिससे वह बेसुध हो गया.
तिहाड़ प्रशासन का कहना है कि विचाराधीन कैदी पर हमले की सूचना पर Quick Response Team मौके पर पहुंच गई. क्यूआरटी टीम ने दीपक को मेडिकल सहायता दी और उसे DDU अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. तिहाड़ जेल में कैदी की मौत के बाद जेल में सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं.
तिहाड़ जेल के अंदर बंद हैं कई VIP कैदी
इस समय तिहाड़ जेल में कई VIP कैदी बंद हैं. इसके बाद भी जेल में सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं. तिहाड़ की जेल नंबर दो में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित बीआरएस नेता के कविता, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया बंद हैं. तिहाड़ में इसके चलते अतिरिक्त सुरक्षा बरती जा रही है. जेल नंबर दो में चार क्यूआरटी टीम, तामिलनाडु पुलिस और तिहाड़ के सुरक्षाकर्मी हर समय मौजूद रहते हैं.