मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड के नतीजे बुधवार शाम घोषित कर दिए गए। इस बार हायर सेकेंडरी में 64.4 प्रतिशत तो हाईस्कूल में 58 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि इस बार हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी में टॉप करने वाले बच्चे छोटे शहरों से निकले हैं। यानी प्रदेश के नामी बड़े शहरों में बेहतरीन शिक्षा का दावा भी मुंह तकता नजर आ रहा है।
पहले जान लेते हैं दसवीं और 12वीं में टॉप में आने वाले बच्चों के बारे में। 12वीं के विज्ञान गणित समूह में रीवा की अंशिका मिश्रा प्रथम स्थान पर रहीं। उन्हें 500 में से 493 अंक मिले। वाणिज्य समूह में मुस्कान डांगी 493 अंक लेकर पहले स्थान पर रहीं, जो कि सरस्वती शिशु मंदिर सिरोज विदिशा से हैं। जीव विज्ञान समूह में छपरा-सिवनी की अंजुम खान 487 अंक लेकर पहले स्थान पर हैं। कला संकाय में शाजापुर के जयंत यादव ने टॉप किया है। उन्हें 487 अंक मिले हैं। कृषि समूह में विनय पांडे पहाड़ी खेड़ा पन्ना से 480 अंक लेकर पहले स्थान पर रहे। ललित कला एवं गृह विज्ञान समूह में नंदिनी बलगम कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल समनपुरा डिंडोरी 464 अंक लेकर पहले स्थान पर रहीं।
बात करें दसवीं की तो नैनपुर मंडला की अनुष्का अग्रवाल 495 अंक के साथ पहले स्थान पर रही। कटनी की रेखा रेबारी, आगर मालवा की इश्मित तोमर और रीवा की स्नेहा पटेल 493 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वही सतना के सौरभ सिंह ने 492 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया है।
बड़े शहरों के नाम नदारद
टॉप करने वाले बच्चे छोटे शहरों से हैं। बड़े शहरों के बच्चों के नाम काफी नीचे हैं। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर जैसे शहरों के नाम भी काफी नीचे हैं। जबकि यहां बेहतरीन शिक्षा के दावे करने वाले तमाम नामी स्कूल मौजूद हैं। इससे पता चलता है कि छोटे शहरों के बच्चों का जज्बा कम नहीं था। दोनों ही परीक्षाओं में लड़कियों ने बाजी मारी है। 10वीं कक्षा के टॉप-10 में 82 छात्र छात्राओं ने जगह बनाई है।
ऐसा रहा शहरों का प्रदर्शन
शहरों के प्रदर्शन को देखें तो सबसे अच्छा परफॉरमेंस नरसिंहपुर जिले का रहा। यहां पर 80.51 प्रतिशत छात्र-छात्राओं ने सफलता हासिल की है। वहीं दमोह का परफॉरमेंस सबसे खराब रहा। यहां पर 41.39 प्रतिशत स्टूडेंट्स ही पास हुए हैं। 9 जिले ऐसे हैं, जहां 50 प्रतिशत छात्र-छात्राएं भी पास नहीं हुए।
इन जिलों का रहा अच्छा परफॉर्मेंस
जिले का नाम | उत्तीर्ण प्रतिशत (नियमित विद्यार्थी) |
नरसिंहपुर | 80.51% |
अलीराजपुर | 71.23% |
बालाघाट | 71.04% |
मंडला | 70.75% |
अनूपपुर | 70.29% |
इन जिलों में खराब परफॉर्मेंस
जिले का नाम | उत्तीर्ण प्रतिशत (नियमित विद्यार्थी) |
दमोह | 41.39 % |
शिवपुरी | 43.75 % |
भिंड | 45.11 % |
टीकमगढ़ | 45.39 % |
उमरिया | 47.74 % |
दसवीं में पिछड़े तो 12वीं में लगाई छलांग
बता दें कि इस बार हायर सेकेंडरी में 64.4 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। जबकि हाईस्कूल में 58 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। बीते साल के रिजल्ट से तुलना करें तो दसवीं का रिजल्ट करीब पांच प्रतिशत गिरा है तो बारहवीं का रिजल्ट पिछले साल के मुकाबले नौ प्रतिशत उछला है। पिछले साल एमपी बोर्ड की 12वीं कक्षा का रिजल्ट 55.28% और 10वीं कक्षा के परिणाम 63.29% रहे थे।
10वीं में छात्राओं ने मारी बाजी
हाईस्कूल परीक्षा में इस वर्ष 58.10% नियमित परीक्षार्थी तथा 13.26% स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे हैं। 54.35% नियमित छात्र एवं 61.88% नियमित छात्राएं परीक्षा में सफल हुई हैं। 8,21,086 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित किए गए हैं। इनमें 3,05,067 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में, 1,69,863 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी में एवं 2145 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार कुल 4,77,075 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए हैं जिनका परीक्षाफल 58.10% रहा है। 100391 परीक्षार्थियों ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। इस वर्ष भी पूर्व वर्ष अनुसार हाईस्कूल परीक्षा में दो विषयों में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों को पूरक की पात्रता प्रदान की गई है।
10वीं टॉपर की लिस्ट
1 | अनुष्का अग्रवाल, मंडला | 495/500 |
2 | रेखा रेबारी, कटनी | 493/500 |
3 | इश्मिता तोमर, आगर मालवा | 493/500 |
4 | स्नेहा पटेल, रीवा | 493/500 |
5 | सौरभ सिंह, सतना | 492/500 |
6 | सौम्या सिंह, रीवा | 491/500 |
7 | जोयल रघुवंशी, विदिशा | 491/500 |
8 | अंकिता उरमलिया, जबलपुर | 491/500 |
9 | खुशबू कुमारी, मंडला | 491/500 |
10 | प्रगति असाटी, दमोह | 490/500 |
11 | श्रुति तोमर, मुरैना | 490/500 |
12वीं में 2,92,799 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में
हायर सेकेंडरी परीक्षा में इस वर्ष 64.49% नियमित परीक्षार्थी तथा 22.46% स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे हैं। 60.55% नियमित छात्र तथा 68.43% नियमित छात्राएं परीक्षा में सफल हुई हैं। जिनकी संकायवार, अस्थाई प्रावीण्य सूची जारी की गई। प्रावीण्य सूची में कला (मानविकी संकाय) 24 परीक्षार्थी, विज्ञान (गणित) संकाय 45 परीक्षार्थी, विज्ञान (जीवविज्ञान) संकाय 29 परीक्षार्थी, वाणिज्य संकाय 23 परीक्षार्थी, कृषि संकाय 8 परीक्षार्थी, ललितकला + गृहविज्ञान 3 परीक्षार्थी द्वारा प्रदेश स्तर की अस्थाई प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त किया है। 623341 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए। इनमें 2,92,799 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में, 1,09,268 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी में, 422 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार कुल 4,02,489 परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए हैं जिनका परीक्षाफल 64.49% रहा है। 88369 नियमित परीक्षार्थियों ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। हायर सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट वर्ष 2024 की पूरक परीक्षा दिनांक 8 जून 2024 को आयोजित की जाएगी।
विद्यार्थियों के लिए काम की बात
रिजल्ट आने के बाद कुछ बच्चों के मन में कई तरह के सवाल भी होंगे। अंकसूची में यदि कोई गलती है तो विद्यार्थियों को सुधार के लिए तीन महीने मिलेंगे। इतने समय में उसे नि:शुल्क सुधरवा सकते हैं। तीन महीने के बाद उन्हें सशुल्क आवेदन करना पड़ेगा। यदि किसी छात्र को प्राप्त अपने अंकों को लेकर किसी प्रकार का संदेह है तो वे अपने प्राप्तांकों के सत्यापन के लिए अगले 15 दिन के भीतर आवेदन कर सकते हैं। यह आवेदन MPOnline के पोर्टल www.mpbse.mponline.gov.in पर या फिर MPOnline के कियोस्क के माध्यम से किया जा सकता है।