मीन की संक्रांति लगने के बाद 14 मार्च से लगा खरमास चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि (13 अप्रैल रात 11.20 से) में समाप्त होगा. सूर्य खरमास से बाहर आएंगे. 14 अप्रैल को सूर्य, मेष राशि में गोचर करने लगेंगे. इसके साथ ही वैवाहिक कार्यक्रम एक सप्ताह के लिए शुरू होगा.
खरमास खत्म होने के बाद 18 अप्रैल से 22 अप्रैल के बीच शादियों का योग बन रहा है. अप्रैल महीने में कुल पांच शुभ लग्न मुहूर्त हैं. 18, 19, 20, 21 और 22 अप्रैल को विवाह का शुभ मुहूर्त है. आपको बता दें कि शादियों के लग्न मुहूर्त देखते समय गुरु और शुक्र ग्रह की अच्छी स्थिति को सबसे पहले देखा जाता है. इनमें से ग्रह अस्त होने या खराब स्थिति में होने पर विवाह का मुहूर्त नहीं बनता है.
23 अप्रैल को अस्त हो रहा शुक्र
23 अप्रैल से 30 जून 2024 के बीच शुक्र ग्रह अस्त हो जाएगा. शादियों के लग्न मुहूर्त में गुरु और शुक्र ग्रह का अच्छी स्थिति बेहद जरूरी होता है, इनमें से एक भी ग्रह अस्त होने या खराब स्थिति में होने पर उस तिथि में विवाह संपन्न नहीं होता है. चूंकि शुक्र 23 अप्रैल से 30 जून तक अस्त हो रहा है. इसलिए इस अवधि में शादी-विवाह कार्य संपन्न नहीं हो सकेगा.