पुलिस ने हमले में घायल अधिकारी को बतौर गवाह बुलाया गया है। घायल अधिकारी को अपने मेडिकल दस्तावेज और साथ ही एनआईए अधिकारियों को हमले में क्षतिग्रस्त हुई कार को भी लाने को कहा गया है।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने एनआईए टीम पर हुए हमले के मामले में मंगलवार को एनआईए के दो अधिकारियों को समन जारी किया है। इस समन में बंगाल पुलिस ने हमले की शिकायत करने वाले दोनों अधिकारियों और हमले में घायल हुए एक अधिकारी को भी बुलाया है। हमले में घायल अधिकारी को बतौर गवाह बुलाया गया है। घायल अधिकारी को अपने मेडिकल दस्तावेज भी लाने को कहा गया है। पुलिस ने एनआईए अधिकारियों को हमले में क्षतिग्रस्त हुई कार को भी लाने को कहा है। पुलिस कार की फोरेंसिक जांच कराएगी। वहीं बंगाल पुलिस की एफआईआर के खिलाफ एनआईए ने हाईकोर्ट का रुख किया है।
भूपतिनगर पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारियों ने एनआईए टीम पर हमले के मामले में तीन ग्रामीणों को भी समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। ग्रामीणों को अगले दो से तीन दिनों के भीतर पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है। वहीं एनआईए अधिकारियों को 11 अप्रैल को पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है। एनआईए की टीम बीते शनिवार को साल 2022 में पूर्वी मिदनापुर जिले के भूपतिनगर में हुए बम धमाके के मामले में जांच करने पहुंची थी। उस धमाके में तीन लोगों की मौत हो गई थी। जांच एजेंसी जब दो आरोपियों को पकड़कर अपने साथ कोलकाता लेकर जा रही थी, तभी स्थानीय ग्रामीणों ने एनआईए टीम पर हमला कर दिया। पथराव के चलते एनआईए के कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं कुछ एनआईए अधिकारी घायल भी हुए। इस मामले में एनआईए ने एफआईआर दर्ज की थी।
वहीं बंगाल पुलिस ने भी इस मामले में एनआईए के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसी एफआईआर के आधार पर पुलिस ने एनआईए अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया है। इस मुद्दे पर राजनीति भी खूब हो रही है। भाजपा जहां एनआईए टीम पर हमले को राज्य की कानून व्यवस्था की असफलता बता रही है। वहीं ममता बनर्जी ने एनआईए की छापेमारी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा के साथ मिलकर टीएमसी कार्यकर्ताओं को आम चुनाव के समय निशाना बना रही हैं।
एनआईए ने बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज की एफआईआर को रद्द कराने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया है। एनआईए ने मंगलवार को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की है। एनआईए ने बंगाल पुलिस की किसी भी कार्रवाई से बचाव की भी अपील की है।