मैहर। आज से चैत्र नवरात्रि पर्व की शुरुआत हो चुकी है। इसी बीच मध्य प्रदेश के सतना जिले में विराजमान त्रिकूट पर्वत पर स्थित माता के इस मंदिर को मैहर देवी का शक्तिपीठ कहा जाता है। ‘मैहर का मतलब है मां का हार’ मां शारदा नगरी और दिव्य दरबार सज कर पूरी तरह तैयार हो गया। मां के दर्शन के लिए देश के कोने कोने से बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं।
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है, मान्यता है कि नवरात्र में मां दुर्गा की शक्ति पीठों के दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के सतना जिले के मैहर में स्थित मां शारदा शक्तिपीठ मंदिर में चैत्र नवरात्रि के लिए सभी तैयारियां पूरी करली गई है। बतादें कि, यहां देवी सती का हार गिरा था जिसके बाद ये मैहर माता मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। मंदिर में एक हजार से ज्यादा सीढ़ियां चढ़ कर भक्त मां शारदा मंदिर पहुंच कर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते है। वहीं यहां रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है। मान्यता है कि मां के दरबार मे जो भक्त अपनी अर्जी लगता है उसकी हर मुराद पूरी होती है।
नवरात्रि मेला में सजता है बाजार
नवरात्रि में मैहर धाम के बाजार गुलजार दिखाई देते है। यहां मेला भी लगता है। जिसमें मां को चढ़ने वाला प्रसाद, रंग बिरंगी मां की चुनरी सजा कर दुकानदार रखते है। वहीं मेले के दौरान दुकानदारों को अच्छी दुकानदारी की उमीद रहती है। दर्शन करने आने वाले भक्तों ने बताया कि, मां के दरबार में हर मनोकामना पूर्ण होती है। मां के परम आल्हा मां शारदा के प्रथम आरती करते हैं। मां शारदा देवी मंदिर के पुजारी नितिन पाण्डेय ने बताया कि, मां के दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या रोजना लाखों में रहती है। माता रानी का हरदिन अलग अलग सिंगार किया जाता है।
रामनवमी मेले के दौरान जिला का प्रशासनिक अमला मुस्तैदी से मौजूद रहता है। दूरदराज से आए भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो उसका प्रशासन पूरे इंतजाम रहता है। साथ ही बड़ी संख्या में जिला पुलिस बल भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहता है।