भोपाल। शराब के शौकीनों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। दरअसल, मध्य प्रदेश में शराब 15 प्रतिशत महंगी हो गई है। इससे प्रदेश सरकार को बीते साल की तुलना में 1561 करोड़ रुपए अधिक का आबकारी राजस्व मिलेगा।
एमपी की 3600 कंपोजिट शराब दुकानों के 931 समूहों की नीलामी प्रक्रिया पूरी हो गई है। नीलामी की प्रक्रिया से इस बार 13,914 करोड़ रुपए का राजस्व सुनिश्चित हुआ है। शराब दुकानों के प्राप्त राजस्व 12,353 करोड़ रुपए से 12.63 प्रतिशत अधिक है। राज्य सरकार को पिछले साल की तुलना में वर्ष 2024-25 में 1561 करोड़ रुपए का अधिक राजस्व मिलेगा।
शराब ठेकों के समूहों की नीलामी नवीनीकरण और लाटरी के अतिरिक्त भी ई-टेंडर के नौ चरण से की गई। मदिरा दुकानों के निष्पादन से साल 2023-24 में केवल 3.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, यह वृद्धि साल 2022-23 में 11.5 फीसदी और 2021-22 में 9.06 प्रतिशत रही।आबकारी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में छिंदवाड़ा जिला 20.81 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पहले स्थान पर है। उज्जैन जिला दूसरे और बड़वानी जिला 19.66 प्रतिशत की वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर रहा।