लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने देश में भाजपा की लहर और विपक्ष के मौजूदा हालात पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई को इंटरव्यू देते हुए इस बात का जिक्र किया कि देश के किन राज्यों में भाजपा की पकड़ मजबूत है।
वहीं, किन राज्यों में विपक्षी दलें ताकतवर है। इसके अलावा प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक सुझाव भी दिया है। उन्होंने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के परिणाम अच्छे नहीं आते तो राहुल गांधी को थोड़े दिन के लिए ब्रेक ले लेना चाहिए।
‘इन राज्यो में नंबर-1 बनेगी बीजेपी’
प्रशांत किशोर ने बताया,” आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा तेलंगाना में या तो पहली या दूसरी पार्टी होंगी जो एक बड़ी बात है। वहीं पार्टी निश्चित रूप से ओडिशा में नंबर-1 बनकर उभरेगी। आप आश्चर्यचकित होंगे क्योंकि मेरे विचार से भाजपा पश्चिम बंगाल में नंबर एक पार्टी बनने जा रही है। वहीं, तमिलनाडु जैसे राज्यों में भाजपा का वोट प्रतिशत डबल डिजिट में पहुंच सकती है।
भाजपा के 370 वाले लक्ष्य पर क्या बोले प्रशांत किशोर?
हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा के 370 सीटें जीतने की संभावना नहीं है। भाजपा इसी लक्ष्य को लेकर चुनावी मैदान में उतरी है। इसके अलावा भाजपा पश्चिमी भारत में अपनी पकड़ बनाने में बरकरार रहेगी।
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा,”पिछले पांच वर्षों में राहुल गांधी, सोनिया गांधी या अन्य विपक्षी नेताओं की तुलना में पीएम मोदी ने दक्षिण भारत के राज्यों का ज्यादा दौरा किया है। कांग्रेस की लड़ाई उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में है लेकिन आप मणिपुर और मेघालय का दौरा कर रहे हैं तो आपको सफलता कैसे मिलेगी।
प्रशांत किशोर ने राहुल के वायनाड के चुनाव लड़ने पर साधा निशाना
प्रशांत किशोर ने कहा, “अगर आप यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश में नहीं जीतते हैं, तो वायनाड से जीतने का कोई फायदा नहीं है। रणनीतिक रूप से मैं कह सकता हूं कि राहुल गांधी के अमेठी से न लड़ने से जनता के बीच एक गलत संदेश जाएगा। बता दें कि इस बार राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी ने 2014 में अपने गृह राज्य गुजरात के अलावा उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने का विकल्प चुना था “क्योंकि आप भारत को तब तक नहीं जीत सकते जब तक आप हिंदी पट्टी को नहीं जीतते या हिंदी पट्टी में महत्वपूर्ण उपस्थिति नहीं रखते।