अमावस्या को पितरों, भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के पूजन के लिए बहुत फलदायी माना गया है। इस शुभ तिथि पर पूजा, जप, तप और दान करने का विधान है। इस बार चैत्र माह में अमावस्या 08 अप्रैल को है। सोमवार के दिन पड़ने के चलते यह सोमवती अमावस्या कहलाएगी। इस दिन भगवान शिव की भी पूजा करने का विधान है। शास्त्रों में सोमवती अमावस्या के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है। मान्यता है कि सोमवती अमावस्या पर वर्जित कार्यो को करने से इंसान को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं सोमवती अमावस्या के दिन किन कार्यों को करने से बचना चाहिए।
सोमवती अमावस्या पर इन कार्यों से बचें
- शास्त्रों के अनुसार,सोमवती अमावस्या के दिन इंसान को तामसिक भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए।
- इस तिथि पर मांस-मदिरा और लहसुन और प्याज नहीं खाना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि सोमवती अमावस्या पर घर में किसी भी तरह का वाद-विवाद न हो। किसी इंसान के प्रति मन में गलत विचार न लाएं।
- इसके अलावा इस दिन किसी से बातचीत के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग न करें। साथ ही व्यक्ति को ब्रह्मचर्य का पालन भी करना चाहिए।
- इस दिन शुभ और मांगलिक कार्य जैसे शादी या सगाई न करें।
- सोमवती अमावस्या पर पेड़-पौधे और पशु-पक्षी का अनादार नहीं करना चाहिए।
सोमवती अमावस्या 2024 शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, चैत्र माह कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 08 अप्रैल को सुबह 03 बजकर 21 मिनट से होगी औरसमापन इसी दिन रात को 11 बजकर 50 मिनट पर होगा। ऐसे में सोमवती अमावस्या 08 अप्रैल को मनाई जाएगी।