उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से प्रवर्तन निदेशालय पूछताछ कर रही है। अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर तलाशी जारी है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें जारी किए गए लगभग नौ ईडी समन से बच चुके हैं। अब 10वां समन जारी किया। केजरीवाल के घर पर ईडी के पहुंचे ही दिल्ली सरकार के कई मंत्री और आप नेताओं से लेकर कार्यकर्ता उनके घर के बाहर पहुंच गए। जानें किसने क्या कहा..
सौरभ बोले- केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी
मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर ईडी की टीम पहुंचे के बाद दिल्ली मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पहुंचे। उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी है। वहीं दिल्ली मंत्री आतिशी भी केजरीवाल के घर के बाहर पहुंची हैं। उनके साथ कई आप नेता और कार्यकर्ता भी पहुंचे हैं। आप नेता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि दो साल की जांच में कोई रिकवरी नहीं हुई। ये बौखलाहट है। चुनाव से पहले कार्रवाई की गई है।
आतिशी का दावा, यह एक राजनीतिक साजिश है
दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि ईडी और बीजेपी अदालतों का सम्मान नहीं करते हैं। अगर ऐसा होता तो वे आज ही अरविंद केजरीवाल के आवास पर छापा मारने नहीं आते। यह एक राजनीतिक साजिश है और वे अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए यहां आए हैं।
अरविंद केजरीवाल एक व्यक्ति नहीं, एक विचार हैं
दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक व्यक्ति नहीं, एक विचार हैं। हम अंदर नहीं जा सकते क्योंकि भारी सुरक्षा तैनात है। हम यहीं इंतजार करेंगे। अगर एक लोकप्रिय सीएम को इस तरह से गिरफ्तार किया जाता है, तो उनके समर्थक पूरी दिल्ली से यहां आएगी।
हाईकोर्ट ने आज ईडी को नोटिस जारी कर पूछा कि समन रद्द क्यों नहीं किए जा रहे हैं और अरविंद केजरीवाल को अंतरिम राहत क्यों नहीं दी जाएगी। कोर्ट के फैसले का इंतजार किए बिना ईडी अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने पहुंचे हैं। अगर यह एक तलाशी अभियान है, तो वे पुलिस कर्मियों से भरी चार बसें क्यों लाए हैं? आरएएफ कर्मियों से भरी दो बसें लाने की क्या जरूरत थी? पूरे इलाके की बैरिकेडिंग करने की क्या जरूरत थी? यह अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश है।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष का दावा, गिरफ्तार हो सकते हैं केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी सीएम आवास पर पहुंचे हैं। जहां उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि मनीष सिसौदिया को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ पता नहीं चला। अब तक 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वे चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आवाज को दबाना चाहते हैं। इसलिए वे उन्हें गिरफ्तार करना चाहते हैं।
दिल्ली मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि ये कार्रवाई निंदनीय है
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय भी सीएम आवास के बाहर पहुंची हैं। जहां पहले से भारी संख्या में आप कार्यकर्ता मौजूद हैं। मेयर शैली ने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है, अगली तारीख 22 अप्रैल तय की गई है। छापेमारी करने, गिरफ्तार करने, तलाशी लेने की इतनी जल्दी क्या थी। जिस तरह से यहां पुलिस तैनात की गई है। यह निंदनीय है।हमारा अरविंद केजरीवाल से कोई संपर्क नहीं है। आगे के इरादे जल्द ही स्पष्ट हो जाएंगे।
आतिशी ने बोली- सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है
दिल्ली मंत्री आतिशी ने कहा कि हमें खबर मिली है कि ईडी ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। हमने हमेशा कहा है कि अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार चलाएंगे। वह दिल्ली के सीएम बने रहेंगे। हमने सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर किया है। हमारे वकील सुप्रीम कोर्ट पहुंच रहे हैं। हम आज रात सुप्रीम कोर्ट से तत्काल सुनवाई की मांग करेंगे।
संजय सिंह की पत्नी बोली- ये तानाशाही
आम आदमी पार्टी की नेता संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ तानाशाही सरकार है। अगर वे सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डालना चाहते हैं, तो चुनाव कराने की क्या जरूरत है। अरविंद केजरीवाल के घर पर छापा मारा गया है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जो भी फोन मिले उन्हें जब्त कर लिया गया है। तो इस तरह तानाशाही सरकार बिना किसी सबूत के सभी को जेल में डाल रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान का भाजपा पर तंज
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि भाजपा की राजनीतिक टीम यानी ईडी केजरीवाल की सोच को कभी कैद नहीं कर सकती है। आम आदमी पार्टी ही भाजपा को रोक सकती है। आप सोच को कभी नहीं दबा सकते।
उदित राज का ईडी की कार्रवाई पर बड़ा तंज
कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के घर को सुरक्षा बलों ने ऐसे घेर लिया है जैसे वे किसी डाकू को पकड़ने आए हों या किसी दुश्मन देश से युद्ध चल रहा हो। यह लोकतंत्र की हत्या है।
आगे कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल अपना गठबंधन खत्म करते हैं और बीजेपी के साथ गए, तो सभी समन वापस ले लिए जाएंगे। अगर अभिव्यक्ति की आजादी को दबाया गया, तो सिर्फ आप या कांग्रेस को ही नहीं, सभी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।