प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “मेरा देश ही मेरा परिवार है” वाले बयान पर कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश ने कहा है- हमारी प्राथमिकता भी देश के लोग हैं. हम भी देशवासियों की आवाज महंगाई, बेरोजगारी, आर्थिक अस्थिरता और ध्रुवीकरण के खिलाफ उठा रहे हैं. अगर 140 करोड़ भारतीय उनका (पीएम मोदी का) परिवार हैं तब उन्होंने लोगों का विश्वास क्यों और उन्होंने उनके साथ अन्याय क्यों किया?
जयराम रमेश यह भी बोले- पिछले 10 साल उनके खुद के परिवार के लिए ‘अन्याय काल’ रहे हैं. वह लोकतंत्र से चुने हुए व्यक्ति हैं पर उनकी शख्सियत और काम करने का तरीका अन्यायपूर्ण है. वह सिर्फ मार्केटिंग और रीब्रांडिंग (बीजेपी और एनडीए सरकार की) के लिए बैठे हैं. वह खुद को विश्वगुरु घोषित कर चुके हैं. हम पीएम पद का सम्मान करते हैं लेकिन अगर कोई व्यक्ति सम्मान चाहता है तब उसे भी सम्मान से पेश आना चाहिए.
कब, कहां और कैसे BJP का अभियान बन गया ‘मोदी का परिवार’?
पीएम ने 4 मार्च, 2024 को तेलंगाना की रैली में पूरे देश को परिवार बताया था. नरेंद्र मोदी के इस बयान के कुछ ही देर बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी चीफ जे पी नड्डा समेत पार्टी के बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ‘प्रोफाइल’ में नाम के साथ ‘मोदी का परिवार’ लिख लिया था और इसी के साथ बीजेपी का अभियान भी शुरू हुआ.
परिवार को लेकर क्या था मोदी का बयानः
…तो यह थी बयान के BJP के अभियान में बदलने की वजह
वैसे, 1 दिन पहले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सीनियर नेताओं की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी पर ‘खुद का परिवार’ न होने को लेकर कटाक्ष किया था जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने पीएम मोदी के समर्थन में यह अभियान चलाया.
RJD सुप्रीमो लालू यादव ने PM नरेंद्र मोदी पर कही थी यह बात
बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने जनसभा में कहा था, ‘‘अगर नरेंद्र मोदी के पास परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं. वह राम मंदिर के बारे में डींगें मारते रहते हैं. वह सच्चे हिंदू भी नहीं हैं. हिंदू परंपरा में बेटे को माता-पिता के निधन पर सिर और दाढ़ी मुंडानी चाहिए. जब पीएम मोदी की मां का निधन हुआ था तो उन्होंने ऐसा नहीं किया था.”