भाजपा ने तमाम कयासों को दरकिनार कर खीरी लोकसभा सीट से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को एक बार फिर प्रत्याशी बनाया है। शनिवार शाम को उनके टिकट का एलान होने के बाद विरोध भी शुरू हो गया है। किसान नेताओं ने बयान जारी कर कहा है कि ऐसा कर भाजपा ने किसानों और मजदूरों का दिल दुखाया है।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिलाध्यक्ष कुलवंत सिंह जोशन ने कहा है कि इससे मन बहुत दुखी हुआ है। अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष पर तिकुनिया हिंसा का केस चल रहा है। किसानों की शहादत होने को कभी भुलाया नहीं जा सकता। ऐसे में अजय मिश्र को लखीमपुर खीरी से टिकट नहीं देना चाहिए था।
सरवन सिंह पंढेर ने जारी किया वीडियो
पंजाब के अमृतसर के रहने वाले और किसान आंदोलन को धार देने वाले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने वीडियो जारी कर विरोध जताया। पंढेर ने कहा कि भाजपा ने अजय मिश्र को दोबारा टिकट देकर किसानों और मजदूरों का दिल दुखाया है। उन्होंने कहा कि अजय मिश्र आरोपी है, उनके ऊपर हत्या के मामले में धारा 120 बी का केस चल रहा है। भाजपा द्वारा टेनी को टिकट दिए जाने से किसान दुखी हुए हैं। इस बात का बदला किसान और मजदूर पहले से जारी आंदोलन के दौरान जरूर लेंगे। आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक इंसाफ नहीं मिल जाता।
विवादों में रहे टेनी
भाजपा से एक बार के विधायक और दो बार के सांसद अजय मिश्र टेनी का विवादों से पुराना नाता रहा है। 23 साल पहले तिकुनिया में हुए प्रभात गुप्ता हत्याकांड में वह आरोपी थे। हालाकि, वे हाईकोर्ट से बरी हो गए। इसके बाद 3 अक्तूबर 2021 में बनवीरपुर में उनके खिलाफ किसान आंदोलित हो गए।
किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए खूनी संघर्ष में चार किसानों समेत आठ लोग मारे गए थे। मामले में उनके पुत्र आशीष मिश्र मोनू मुख्य आरोपी हैं। 13 आरोपी जेल गए लेकिन एक साल से सभी जमानत पर हैं।