भारतीय जनता पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. बीजेपी की ओर से शनिवार को 195 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई. मध्य प्रदेश की 29 में से 25 सीटों के लिए भी उम्मीदवार घोषित कर दिए गए. बीजेपी ने गुना लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मैदान में उतारा है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया साल 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े थे. वह गुना सीट पर बीजेपी उम्मीदवार कृष्णपाल सिंह यादव से हार गए थे. तब सिंधिया को 4,86,105 वोट मिले थे और वह लगभग 1.25 लाख वोटों के अंतर से मुकाबला हार गए थे. गुना लोकसभा सीट 1957 से ही सिंधिया परिवार का गढ़ मानी जाती है. यहां अब तक जितने चुनाव हुए उनमें बीजेपी को जीत तभी नसीब हुई, जब उसने यहां से विजयाराजे सिंधिया को मैदान में उतारा.
गुना से 14 बार ‘महल’ के ही उम्मीदवार को ही मिली जीत
वहीं बात की जाए गुना लोकसभा सीट से पार्टियों के हार जीत की तो यहां हुए अब तक हुए चुनावों में नौ बार कांग्रेस को जीत हासिल हुई. बीजेपी यहां पांच बार, एक बार जनसंघ और एक बार स्वतंत्र पार्टी जीती. यहां 1952 से 2019 तक 16 लोकसभा चुनाव हुए. एक दिलचस्प आकंड़ा ये भी है कि यहां 14 बार ‘महल’ के ही उम्मीदवार को जीत हासिल हुई, गुना के जातिगत समीकरण को देखा जाए तो यहां अनुसूचित जनजाति की आबादी सबसे अधिक दो लाख 30 हजार से ज्यादा है. उसके बाद अनुसूचित जाति की आबादी है, जो एक लाख से अधिक है.
वहीं यहां ब्राह्नण 80 हजार, यादव 73 हजार, कुशवाहा 60 हजार, रघुवंशी 32 हजार, मुस्लिम 20 हजार और वैश्य जैन-20 हजार हैं. गुना की कुल जनसंख्या की बात की जाए तो यहां की जनसंख्या 24 लाख 93 हजार 675 है. यहां कुल वोटर्स की संख्या 11,78,423 है.