भोपाल। मध्यप्रदेश में गौशालाओं को स्मार्ट बनाया जाएगा। इन गौशालाओं में हाईटेक सुविधाएं होंगी। गोवंश के खाने-पीने का डिजिटल खाका तो निगरानी की भी ऑनलाइन व्यवस्था की जाएगी। जिससे न ही गौवंश के बदहाली की तस्वीर सामने आएगी न ही भूख से मौत होगी।
दरअसल मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सरकार गौवंश के संरक्षण की दिशा में बड़ी योजना लागू करने की तैयारी में है। इस योजना का नाम भी स्मार्ट गौशाला होगा। नगरीय विकास एवं आवास विभाग स्मार्ट गौशाला का खाका तैयार कर रहा है। विभागीय अफसरों ने बताया कि अन्य प्रदेशों की गौ संवर्धन और संरक्षण के लिए कवायद का अध्ययन किया जा रहा है। प्रदेश की स्मार्ट गौशाला अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगी।अब धर्म और आस्था से जुड़े इस मामले को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। दरअसल, डॉक्टर मोहन सरकार ने पहले धार्मिक स्थल के लाउड स्पीकर, फिर मांस-मटन की दुकान को लेकर सख्ती दिखाई। अब प्रदेश की सियासत का केंद्र रही गौमाता को लेकर आदर्श योजना की तैयारी शुरू की जा रही है। इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अभिनव बरोलिया ने कहा कि बीजेपी सरकार में गोवंश की बदहाली की कई तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। भूख से लेकर बीमारी और धांधली के कारण हजारों गाय काल का ग्रास बनी। बीजेपी की पहल सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहती है। धर्म की राजनीति में गौ संरक्षण के नाम पर एक और सरकारी दिखावा सबके सामने होग। कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी ने पलटवार करते हुए कहा कि 15 माह की कांग्रेस सरकार में गोवंश के लिए कुछ नहीं हुआ। ऐसे मामलों पर कांग्रेस को राजनीति नहीं करने की बात भी उन्होंने कही। साथ ही यह दावा भी किया कि स्मार्ट गौशाला, गौ अभ्यारण्य, धार्मिक कार्य, मंदिरों का जीर्णोद्धार समेत कई काम हमारी सरकार करेगी। कांग्रेस को इन पहल पर दर्द भी होगा।