इटावा में ट्रेन में आग लगने की घटना की सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जांच की मांग की है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अखिलेश यादव नेकहा कि आग का कारण गैस सिलेंडर बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर की अनाधिकृत अनुमति भी भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला है, जिससे यात्रियों की जान जोखिम में पड़ जाती है. उन्होंने दोषियों को सजा देने की मांग की.
बता दें कि इटावा के पास बुधवार (15 नवंबर) शाम नयी दिल्ली-दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस में आग लगने से इसके तीन डिब्बे क्षतिग्रस्त हो गए. इटावा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजय कुमार ने कहा कि चार व्यक्तियों को मामूली चोटें आईं हैं. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, किसी भी यात्री के झुलसने की जानकारी नहीं हैं. आग शाम साढ़े पांच बजे लगी. आग लगने का कारण तत्काल पता नहीं चल पाया है. ट्रेन की बोगियों से काला धुआं निकलते देखा गया.
मौके पर मौजूद पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘इस घटना में एक कोच जलकर खाक हो गया, वहीं उसके बगल के दो कोच आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए और चौथा कोच धुएं से भर गया. सभी चार कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘घटना में कई यात्रियों ने अपना सामान खो दिया.’’ उन्होंने बताया कि आग लगने की सूचना मिलने पर दमकल की गाड़ियों को मौके पर भेजा गया. उन्होंने कहा, ‘‘एम्बुलेंस और चिकित्सकों का एक दल मौके पर मौजूद है.’’
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) हिमांशु उपाध्याय ने कहा कि इटावा के पास सराय भूपत जंक्शन पर गार्ड ने नयी दिल्ली-दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस के कोच संख्या एस-1 से धुआं निकलते देखा. उन्होंने कहा, ‘‘ट्रेन को तुरंत रोका गया और सभी यात्रियों को बाहर निकाला गया. सभी सुरक्षित हैं और किसी के हताहत होने की अभी कोई सूचना नहीं है.’’उन्होंने कहा, ‘‘सतर्क रेलवे अधिकारियों ने आज एक बड़ा हादसा टाल दिया.’
रेलवे प्रभावित यात्रियों को ट्रेन के बाकी डिब्बों में बैठाने की व्यवस्था कर रहा है. ट्रेन के कानपुर पहुंचने पर यात्रियों की आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए इसमें अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जाएंगे.रेलवे के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ट्रेन रात आठ बजकर 18 मिनट पर इटावा से कानपुर के लिए रवाना हुई.