भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर अब बेहद कम समय बचा है। 17 नवंबर को प्रदेश में मतदान होना है और इससे दो दिन पहले 15 नवंबर की शाम को प्रदेश में चुनाव प्रचार थम जाएगा। लिहाजा भाजपा-कांग्रेस समेत अन्य दल के नेता मध्यप्रदेश में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे है। तमाम पार्टी के आला नेता प्रदेश में धुआंधार चुनावी रैलियां कर रहे है। इसी कड़ी में आज प्रदेश के अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी के दिग्गज नेता मनोज तिवारी, बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी रैलियां कर जनसभा को संबोधित किया। बीजेपी नेता और भोजपुरी गायक मनोज तिवारी आज रायसेन जिले की भोजपुर विधानसभा के मंडीदीप पहुंचे और प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। ओधोगिक क्षेत्र में भोजपुरी समाज के तकरीबन 20 हजार मतदाता निवास करते है ऐसे में मनोज तिवारी इन वोट को कितना सुरेंद्र पटवा के लिए मोड़ पाते है यह तो 3 दिसम्बर कक पता चलेगा।
स्थानीय विधायक सुरेंद्र पटवा ने कहा कांग्रेस से राजकुमार पटेल को टिकट दिया है । जिन्हें सुंदर लाल पटवा ने 33 साल पहले 17 हजार मतो से हराया था हम तीन गुना ज्यादा से हराएंगे। भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी ने कहा भोजपुर विधानसभा से बहुत गहरा नाता है । बिहार में जिस जगह से आते है वो भी भोजपुर है। मनोज तिवारी ने कहा मप्र के चुनाव केवल मंडीदीप का नही है जो लुटेरे थे उनको क्या पता विकास क्या होता है।
बीस साल से बीजेपी की सरकार है, जो पैदा भी नही हुए थे उनको क्या पता काग्रेस ने कितना लुटा। मंडीदीप में भोपाल से मेट्रो चले इसके लिए मप्र में सरकार बनानी पड़ेगी , काग्रेस परेशान है कैसे सरकार हटाये और हमारा काम चले हमारा काम है डेवलपमेंट करना। आम जन का सनातन का काग्रेस एलाइंस बनाती है और कहती है सनातन को नष्ट करना है । दूसरी तरफ हमास का समर्थन करते है। आने वाले समय मे कांग्रेस की सरकार बनती है तो आतंकवादी आएंगे मारेगे ओर यह उन पर कार्रवाई नहीं करेंगे बल्कि कहेंगे कि वोट बैंक है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने प्रत्याशी के समर्थन में जनता से वोट मांगने एमपी के छतरपुर पहुंचे। जहां पर उन्होंने शहर के प्रमुख स्थानों से रोड शो किया और रोड शो के दौरान जनता को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर हमला किया। इसके साथ ही नीतीश कुमार के महिलाओं पर विवादित बयान को लेकर मीडिया के सवालों पर कहा कि नीतीश कुमार से जो बातें निकलकर सामने आई हैं उन्होंने उसे बात को लेकर खेद व्यक्त किया है और माफी मांग ली है। अगर उनके मुंह से कोई बात निकल आई है और उन्होंने खेद और माफी मांग ली है तो उसे बात को खत्म कर देना चाहिए।
कई बार बातचीत करते-करते बातें अलग सी निकल जाती हैं अब उन्होंने खेद,दुख और माफी मांग ली है तो आप लोगों को भी उसे बात को नहीं बढ़ना चाहिए। वही सेवा भारती अग्नि वीर योजना के सवाल पर अखिलेश यादव बोले प्रधानमंत्री जब भारत माता की जय बोले तो वह अग्नि वीर को भी याद रखें अगर वह भारत माता की जय बोलते हैं और वह अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी कहते हैं। क्योंकि राष्ट्र सबसे पहले आता है उन्हें सबसे पहले अग्नि वीर व्यवस्था खत्म करनी चाहिए जिस तरीके से फौज में पहले भर्ती होती थी हमेशा हमेशा के लिए इस तरीके से फौज की भर्ती करें और अगर फौज की भर्ती पहले की तरह नहीं हो रही है तो मैं समझता हूं नारा देकर के आम लोगों को धोखा देने का काम कर रहे हैं।
चुनावी बिगुल बजने के बाद जिले में अलग अलग राजनीतिक दलों में स्टार प्रचारकों के पहुँचने का दौर जारी है। आज दोपहर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती भी रीवा पहुंची, जहां वो एस.ए.एफ. मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। बी.एस.पी. के सभी प्रत्याशियों के पक्ष में सभा स्थल में मौजूद जनता से वोट करने की अपील की और अन्य तमाम बड़ी राजनीतिक पार्टियों पर जमकर निशाना साधा।
जनसभा को सम्बोधित करते हुए बसपा अध्यक्षा ने कहा कि उन्होंने किसी दल से समझौता नहीं किया। इस दौरान बसपा प्रमुख ने बीजेपी सहित कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, और कहा कि अगर ये पार्टियां दलित, शोषित और वंचित का ख्याल रखती, तो कांशीराम को अलग पार्टी न बनानी पडती, इस दौरान मायावती ने उत्तरप्रदेश के पिछले चुनाव में हार का कारण इव्हीऍम को बताया, और कहा की कांग्रेस और बीजेपी आरक्षण ख़त्म करने का काम कर रही है, जब की दलित, पिछड़ों को निजी क्षेत्रों में आरक्षण का लाभ दिया जाना चाहिए था।
कांग्रेस को आड़े हांथों लेते हुए कहा की कांग्रेस सरकार ने कांशीराम के निधन पर एक दिन का भी राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया, इतना ही नहीं महिलाओ के लिये दिये गये 33 प्रतिशत आरक्षण में भी एसटी, एससी, और ओबीसी महिलाओ को आरक्षण का प्रतिशत तय नहीं किया गया, जो बीजेपी और कांग्रेस की मानसिकता प्रदर्शित होती है। बीजेपी सहित अन्य दलों पर कटाक्ष करते हुए मायावती ने कहा की ये धनकुबेरों के धन से चलने वाली पार्टियां है, जब कि बहुजन समाज पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के परिश्रम से चलने वाली पार्टी है।