शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुंबई के शिवाजी पार्क की दशहरा रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर जमकर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की हिटलर से तुलना कर दी। उद्धव ने कहा कि हमें घरानेशाही पर अभिमान है।
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, जो परिवारवाद की व्यवस्था को नहीं मानते उन्हें घरानेशाही पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। परिवारवाद हिंदू संस्कृति का आधार है। हर घराने की परंपरा और संस्कार होते हैं। ठाकरे ने कहा, हिटलर, ब्लादिमिर पुतिन, मुसोलिनी और स्टालिन की घरानेशाही नहीं थी। जब ऐसे लोगों के हाथ में सत्ता आती है तो क्या होता है, जर्मनी इसका उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसी विघ्नसंतोषी है कि शादी में जाकर भरपेट खाकर दूल्हा और दुल्हन में झगड़ा लगा देती है। ये लोग किसी आंदोलन में शामिल नहीं हुए लेकिन जहां जाते हैं सत्यानाश करते हैं। उद्धव ने शिंदे पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा कि जिस तरह रावण ने सीता को चुराया था उसी प्रकार शिवसेना और धनुष बाण को चुराया है। ऐसे चोरों की लंका को मशाल (ठाकरे का चुनाव चिन्ह) से जलाएंगे।
केंद्र में एक दल की नहीं, मिलीजुली सरकार चाहिए
उद्धव ने कहा कि हमें एक दल को नहीं बल्कि केंद्र में मिलीजुली सरकार चाहिए। उन्होंने कोरोना काल में खिचड़ी घोटाले की जांच को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर उन्हें परेशान किया गया तो हम उल्टा लटका देंगे। पीएम केयर फंड पर घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। वहीं, विधायकों की अपात्रता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में तारीख पर तारीख पर भी आपत्ति जताई और चुनौती दी कि हिम्मत है तो सरकार राज्य में चुनाव कराए। उद्धव ने धारावी पुनर्विकास को लेकर गौतम अदाणी पर भी निशाना साधा।