कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांंधी मानहानि के मामले में गुरुवार काे सूरत कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए खुद को बेकसूर बताया और पेशी से छूट के लिए अर्जी लगाई। इस पर अदालत 10 दिसंबर को फैसला लेगी, तब तक के लिए सुनवाई टाल दी गई। राहुल को शुक्रवार काे अहमदाबाद कोर्ट में भी पेश होना है। ‘सभी मोदी चोर’ कहने पर उनके खिलाफ गुजरात की अदालतों में तीन मुकदमे चल रहे हैं। राहुल ने ट्वीट किया- राजनीतिक विरोधी मुकदमों के जरिए मुझे चुप कराना चाहते हैं।
सुनवाई के दौरान मजिस्ट्रेट बीएच कपाड़िया ने राहुल से पूछा कि क्या आप भाजपा विधायक पुर्नेश मोदी की ओर से लगाए आरोपों को स्वीकार करते हैं? इस पर राहुल ने खुद को बेकसूर बताया। उनके वकील ने पेशी से छूट के लिए आवेदन दिया, जिसका विधायक के वकील ने विरोध किया। अगली सुनवाई के दौरान इस पर फैसला करेगा। अदालत ने कहा कि राहुल गांधी को अगली सुनवाई में कोर्ट आने की जरूरत नहीं है।
‘विपक्षी की आलोचना सहने की हिम्मत होनी चाहिए’
राहुल की पेशी के दौरान कोर्ट पहुंचे कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि उन्हें (राहुल गांधी) कोर्ट ने तलब किया है, इसलिए वे यहां आए हैं। कानून को अपना काम करने दीजिए। वहीं, शक्ति सिंह गोहिल ने कहा- ”लोकतंत्र में सत्ताधारी पार्टियों में विपक्ष की आलोचना सहनने की हिम्मत होनी चाहिए। राहुल ने ललित मोदी और नीरव मोदी को चोर कहा था, जबकि नरेंद्र मोदी को नाकाम बताया था। भाजपा ने उनके बयान को पूरे मोदी समुदाय से जोड़कर उनका अपमान किया।” कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव सातव ने कहा है कि राहुल काे परेशान करने के लिए मानहानि के मुकदमे दायर किए गए हैं।
राहुल गांधी ने रैली में ‘सभी मोदी चोर हैं’ कहा था
लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान में राहुल गांधी ने 13 अप्रैल को एक रैली में कहा था कि ‘सभी मोदी चोर हैं’। उनके इस बयान के विरोध में सूरत के अलावा अहमदाबाद में भी दो केस दर्ज कराए गए हैं। इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी राहुल पर मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में वे पटना की अदालत में पेश हो चुके हैं।