मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन में एमपी नम्बर वन रहा है. उन्होंने जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर आयोजित समारोह में कहा कि पीएम मोदी का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी गौरव दिवस घोषित किया. हमने आदिवासियों को जल जमीन और जंगल के अधिकार दिये है. पेसा एक्ट के जरिये आदिवासी कल्याण किया. मध्यप्रदेश में आयुष्मान योजना के तीन करोड़ सत्तर लाख कार्ड बने. पीएम आवास में 38 लाख मकान बनाए गए.
सीएम शिवराज ने कमलनाथ पर साधा निशाना
सीएम चौहान ने आरोप लगाया कि कमलनाथ ने पीएम आवास योजना के मकान वापस कर दिए थे. पीएम स्ट्रीट वेंडर योजना में प्रदेश नम्बर वन है. स्मार्ट सिटी में नम्बर एक है. कांग्रेस के कारण कभी प्रदेश बीमारू कहलाता था. लेकिन आज सिंचाई सुविधा 47 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गई है. एमपी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. इसी बीच सीएम चौहान ने जनता से भी पूछा कि हमने अच्छी सरकार चलाई या बुरी सरकार चलाई. जोरदार आवाज में जनता ने जवाब दिया कि अच्छी सरकार चलाई. चौहान ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से आज मंडला के मेडिकल कॉलेज का नाम हृदय शाह मेडिकल कॉलेज कर रहा हूं. छिंदवाड़ा के विश्वविद्यालय का नाम शंकर शाह विश्वविद्यालय है और ये प्रधानमंत्री जी ही हैं, जिनके कारण भोपाल के हबीबगंज का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया गया.
मुख्यमंत्री ने रानी दुर्गावती पर भी कविता सुनाई
उन्होंने कहा कि भारतीय स्वाभिमान की प्रतीक दुर्गावती जी के चरणों में प्रणाम करता हूँ. आज मन आनंद से भरा है. रानी दुर्गावती जी के स्मारक का भूमिपूजन हो रहा है. उन्होंने कहा, वह तीर थी, तलवार थी, भालों और तोपों का वार थी, भारतीय स्वाभिमान की प्रतीक दुर्गावती जी के चरणों में प्रणाम करता हूं. आज मन आनंद से भरा है. रानी दुर्गावती जी के स्मारक का भूमिपूजन हो रहा है.
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 5 अक्टूबर को गोंडवाना साम्राज्य की रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती पर जबलपुर पहुंचें. इस दौरान उन्होंने जबलपुर में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जबलपुर के लोगों को रानी दुर्गावती की वीरता के कई किस्से सुनाए. पीएम ने कहा कि, दुनिया के किसी भी देश में अगर रानी दुर्गावती जैसी कोई वीरांगना होती तो वो देश पूरी दुनिया में उछल-कूद करता. आजादी के बाद हमारे देश में भी यही होना चाहिए था, लेकिन हमारे महापुरुषों को भुला दिया गया।