बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में दिल्ली के निर्भया कांड की तरह मामला सामने आया है। दुष्कर्म के बाद नाबालिग के प्राइवेट पार्ट्स को नुकसान पहुंचाया गया। दुष्कर्म के बाद बदमाशों ने नाबालिग को अर्द्धनग्न अवस्था में छोड़ दिया। वह ढाई घंटे तक बड़नगर रोड स्थित मुरलीपुरा इलाके में घर-घर गई लेकिन किसी ने मदद नहीं की। लड़की सतना की रहने वाली है। वह उज्जैन कैसे पहुंची, इसकी जांच की जा रही है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ जारी है। जांच के लिए एसआईटी बना दी गई है।
किसी ने डायल 100 पर सूचना दी और महाकाल थाना पुलिस ने उसकी मदद की और उसका चरक अस्पताल में मेडिकल कराया। ढाई घंटे तक नाबालिग यहां-वहां भटकती रही। भाषा अलग होने की वजह से कोई उसकी बात समझ नहीं सका। किसी ने मदद तक नहीं की। मेडिकल रिपोर्ट में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई। हालत गंभीर होने पर इंदौर के अस्पताल में रैफर किया गया है। अब उसकी हालत में सुधार है। इस घटना ने न सिर्फ बाबा महाकाल की नगरी को शर्मसार कर दिया है बल्कि पुलिसिया व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामला सोमवार का
महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा ने बताया कि सोमवार को सूचना मिली थी कि एक नाबालिग मुरलीपुरा क्षेत्र में अर्द्धनग्न हालत में घूम रही है। उसे तत्काल थाने लाया गया। वह कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं थी। उसका मेडिकल कराया तो पता चला कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है। डॉक्टर के मुताबिक उसके प्राइवेट पार्ट्स में भी गंभीर चोटें थीं। उसे तत्काल उपचार के लिए इंदौर भेज दिया गया था। जब नाबालिग से घटना के बारे में जानने का प्रयास किया तो उसकी भाषा स्पष्ट नहीं हो रही थी। हालत इतने खराब थे कि पुलिस उससे सही तरीके से पूछताछ भी नहीं कर सकी।
एसपी ने एसआईटी बनाई
नाबालिग के साथ दुष्कर्म की पुष्टि होते ही पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने एसआईटी बनाई है। क्षेत्र के 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखकर इस मामले में तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सचिन शर्मा ने कहा कि मासूम के साथ निर्भया कांड जैसा कुछ किया गया है। मामले की हर बिंदु पर जांच की जा रही है।
बदहवास घूम रही थी नाबालिग
पुलिस ने बड़नगर रोड और सिंहस्थ बायपास क्षेत्र के जो सीसीटीवी फुटेज निकाले हैं, उससे पता चला कि नाबालिग के कपड़े खून से सने थे। वह बदहवास होकर सिंहस्थ बायपास क्षेत्र और मुरलीपुरा क्षेत्र में घूम रही थी। नाबालिग उज्जैन की नहीं थी, इस वजह से उसे किसी भी क्षेत्र की जानकारी नहीं थी। उसने कुछ लोगों से बात करने का प्रयास भी किया, लेकिन लोग उसकी भाषा समझ नहीं सके।
पुलिस कर रही जांच कैसे उज्जैन आई लड़की
पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि यह नाबालिग सतना की रहने वाली है। वह इससे पहले उज्जैन कभी नहीं आई थी। पुलिस के लिए जांच का विषय यह है कि नाबालिग आखिर उज्जैन कैसे पहुंची? आखिर उसके साथ किसने दुष्कर्म किया है?
राहुल गांधी ने जताया आक्रोश
मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने X पर लिखा कि मध्य प्रदेश में एक 12 साल की बच्ची के साथ हुआ भयावह अपराध, भारत माता के हृदय पर आघात है। महिलाओं के खिलाफ़ अपराध और नाबालिग बच्चियों के खिलाफ़ हुए दुष्कर्म की संख्या सबसे ज़्यादा मध्य प्रदेश में है। इसके गुनहगार वो अपराधी तो हैं ही जिन्होंने ये गुनाह किए। साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार भी है, जो बेटियों की रक्षा करने में अक्षम है। न न्याय है, न कानून व्यवस्था और न अधिकार – आज, मध्य प्रदेश की बेटियों की स्थिति से पूरा देश शर्मसार है। मगर, प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री में बिल्कुल शर्म नहीं है – चुनावी भाषण, खोखले वादों और झूठे नारों के बीच बेटियों की चीखें उन्होंने दबा दी हैं।
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से पूछे सवाल
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ अत्यंत क्रूरतापूर्ण दुराचार का मामला देखकर रूह कांप जाती है। 12 साल की बेटी के साथ जिस तरह का दुष्कृत्य हुआ और जिस तरह से वह अर्द्धनग्न अवस्था में शहर के कई इलाकों में भागती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, उससे मानवता शर्मसार हो जाती है।
ऐसी जघन्य घटना प्रशासन और समाज के माथे पर कलंक है। मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या आप सिर्फ चुनाव ही लड़ते रहेंगे और झूठी घोषणाएं ही करते रहेंगे?क्या आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी बेटियों की तस्वीरों से पूरे मध्य प्रदेश के होर्डिंग भर देंगे, लेकिन मासूम बेटियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देंगे? जिस बेटी के साथ यह दरिंदगी हुई क्या वह लाडली लक्ष्मी और लाडली बहना नहीं है? मुख्यमंत्री जी उज्जैन में पहले भी दो छोटी बच्चियों के साथ क्रूरतापूर्ण दुष्कृत्य हुआ था। प्रदेश में ऐसी क्रूर घटनाओं की पुरावृत्ति बताती है कि मध्य प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो चुका है। मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री के होते हुए भी मुख्यमंत्री विहीन हो चुका है। अपराधी निरंकुश है और जनता परेशान है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और पीड़िता को समुचित उपचार के साथ ही एक करोड रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।